राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और झारखंड शिक्षा परियोजना जामताड़ा के संयुक्त तत्वावधान में एस जी एस वाय भवन जामताड़ा में शनिवार को विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित विद्यालय के शिक्षकों के लिए परीक्षा में तनाव मुद्दे पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नयी दिल्ली के प्रतिनिधि मदन कुमार ,अनुराग कुमार, जामताड़ा के जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण झा, एडीपीओ संजय कापरी ,एपीओ उज्जवल मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में परीक्षा पर चर्चा के तहत प्रधानमंत्री के संदेश को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। परीक्षा में तनाव के मुद्दे पर चर्चा में प्रधानमंत्री और बच्चों के बीच संवाद को दिखाया गया।
बाल संरक्षण आयोग के प्रतिनिधि मदन कुमार ने कहा कि हम सभी अपने दैनिक जीवन में कहीं न कहीं हर समय परीक्षा देते रहे हैं सभी को अपने स्कूल और घर में ऐसा माहौल तैयार करना चाहिए जिससे बच्चे परीक्षा के समय को तनाव के रूप में ना लें।
वही जामताड़ा के जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण झा ने अपने संबोधन में बताया कि बच्चे देश के भविष्य हैं उन्होंने कहा कि परीक्षा के माहौल को पूरी तरह से तनाव मुक्त बनाएं जिससे बच्चे सहज भाव से तथा निर्भीक होकर परीक्षा दे सकें । परीक्षा को पर्व नहीं बल्कि महापर्व की तरह बनाएं जिससे कि घर के बच्चे खुशनुमा माहौल में परीक्षा की तैयारी कर सकें । तैयारी इस प्रकार से होनी चाहिए कि बच्चे तनाव मुक्त होकर परीक्षा दे सके।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने भावनात्मक अपील में कहा कि बच्चों को अपनी संस्कृति,अपनी भाषा में और अपने राष्ट्र की जरूरत के अनुसार बच्चों को शिक्षा दें। बच्चों को रुचि ,ईच्छा और आजादी का भी ध्यान रखें। परीक्षा जन्म लेने की साथ ही प्रारंभ होता है। जहां परीक्षा नहीं,वहां सिर्फ स्वेच्छा है ,वहां भटकाव है। परीक्षा सिर्फ एकेडमिक नहीं होती है बल्कि जीवन के हर पल में और हर क्षेत्र में परीक्षा का सामना करना पड़ता है । परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए बच्चों में धैर्य ,उमंग और उत्साह का संचार करें ताकि बच्चे एक सफल नागरिक बन सके।हमे ऐसी शिक्षा देनी चाहिए कि बच्चे विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए हर पल तैयार रह सके। वहीं परीक्षा सफल है जो बच्चों को सभ्य ,प्रबुद्ध और कुशल नागरिक बना दे। कार्यशाला में शिक्षक बाल्मीकि कुमार,विद्या सागर ,एबीमाईल टुडू,अजय कुमार सिंह और राजीव कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए।
मौके पर नारायणपुर सह करमाटांड के बीईईओ सुखदेव यादव ,शिक्षक अमरनाथ दास, राजेश सिन्हा ,शिव पूजन शर्मा, प्रेमानंद झा,नरेश स्वर्णकार ,नरेश राम सहित विभिन्न विद्यालय के शिक्षक और कस्तूरबा की शिक्षिका रश्मि कुमारी, नीलम कुमारी ,प्रतिमा कुमारी मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन डायट पबिया के उप प्राचार्य दिलीप कुमार ने किया।