किसी भी धर्म या किसी भी समाज के किसी भी व्यक्ति के लिए और समाज के निचले पायदान में बैठे व्यक्ति के लिए राष्ट्र संवाद मजबूती और ईमानदारी के साथ खड़ा रहा है: अनिल ठाकुर महासचिव ब्रह्मर्षि विकास मंच
‘राष्ट्र संवाद’ मासिक पत्रिका प्रकाशन के 25 वर्ष पूरे कर चुकी है। मेरी ओर से इसके लिए बहुत-बहुत बधाई। मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि आपने पत्रकारिता के उच्च आदर्श मूल्य मानकों पर ‘राष्ट्र संवाद’ को स्थापित किया है और पत्रकारिता में एक नई परम्परा का सूत्रपात किया है। यही कामना है कि आप निरंतर क्रियाशील रहते हुए समाज और राष्ट्र को अपनी उल्लेखनीय स्वस्थ पत्रकारिता से प्रेरित करते रहें एवं सुदृढ़ राष्ट्र निर्माण के लिए राजनीतिक अवमूल्यन, भ्रष्टाचार एवं अनैतिकता के खिलाफ अपनी जंग को जारी रखें।
मैंने जो राष्ट्र संवाद को दो दशकों में देखा है बाद उसके बाद यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि किसी भी धर्म या किसी भी समाज के किसी भी व्यक्ति के लिए और समाज के निचले पायदान में बैठे व्यक्ति के लिए राष्ट्र संवाद मजबूती और ईमानदारी के साथ खड़ा रहा है इसका उदाहरण राष्ट्र संवाद के अलावा कहीं नहीं मिलता है इससे बड़ा उदाहरण और कोई भी नहीं हो सकता है आधुनिक पत्रकारिता के लिए नैतिकता बहुत जरूरी है पत्रकारिता को भी आज संदेह की नजर से देखा जाने लगा है इसके बावजूद राष्ट्र संवाद पत्रिका अपने मिशन पर कायम है यह पत्रिका परिवार के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है सच और जोश के साथ कसौटी पर खडा उतरने की इच्छा शक्ति ही राष्ट्र संवाद को सबसे अलग पहचान दिलाती है
मुझे याद है जब राष्ट्र संवाद के प्रवेशांक समझ समारोह में तत्कालीन विधायक श्री रघुवर दास प्रभात खबर के स्थानीय संपादक अनुज सिंहां जी चमकता आईना के संपादक जयप्रकाश जी और उद्योगपति एके श्रीवास्तव मंच पर थे और प्रभात खबर के संपादक श्री अनुज जी ने कहा था कि राष्ट्र संवाद गर्भ में था आज हम लोगों के अथक प्रयास से इसका जन्म हुआ है अब देखना है कि बच्चा स्वस्थ रहता है या लकवा पोलियो से ग्रसित होकर दम तोड़ देता है उसे समय मैंने देखा था देवानंद जी के चेहरे का एक्सप्रेशन और आज जब मैं उसे 32 पेज के पत्रिका कोई याद करता हूं और आज के आधुनिक तकनीक में शामिल राष्ट्र संवाद पत्रिका को देखता हूं तो लगता है कि देवानंद सिंह की जीवटता ही है कि मासिक पत्रिका फिर साप्ताहिक पाक्षिक अंग्रेजी और अब दैनिक की ओर धीरे-धीरे बढ़ता कदम
मैंने यह भी देखा है कि पहले कोई ऐसा पत्रकार है जिसका टैगलाइन है पहले ब्रह्मर्षि फिर पत्रकार यह बड़ी बात है समाज के लिए
देवानंद जी ने देश एवं समाज की उन्नति के लिए स्वल्पकाल में पत्रकारिता एवं लेखन के माध्यम से उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं। ‘राष्ट्र संवाद’ पत्रिका मेरी दृष्टि में नैतिक प्रतिष्ठा का एक अभियान है सबसे बड़ी खासियत राष्ट्र संवाद पत्रिका में यह है कि समाज में सकारात्मक एवं सुंदर चेतना का विस्तार कर रही है राष्ट्र संवाद जिस पर समाज को गर्व है अंत में एक बार पुन:राष्ट्र संवाद पत्रिका के पूरे परिवार को ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर की ओर से शुभकामनाएं