खड़गपुर रेल मंडल के झारग्राम स्टेशन पर स्टील एक्सप्रेस समेत कई लोकल ट्रेनों को होल्ड किए जाने से नाराज यात्रियों ने गुरुवार सुबह जमकर हंगामा किया. इस दौरान स्टील एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री रेल ट्रैक पर उतर आए और नारेबाजी की. हंगामा करने वालों में ज्यादातर रेल कर्मी और मजदूर वर्ग के लोग शामिल थे, जो ड्यूटी पर आने जाने के लिए रोजाना ट्रेनों का इस्तेमाल करते है. लोगों का आरोप था कि यात्री ट्रेनों को रोककर मालगाड़ी को पास दिया जाता है. अक्सर ऐसा किया जाता है, जिस कारण उन्हें ड्यूटी पर पहुंचने में देर हो जाती है. इधर, हंगामे की जानकारी मिलने पर आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग शांत नहीं हुए. इसके बाद रेल पुलिस ने बल का प्रयोग कर हंगामा कर रहे लोगों को रेल ट्रैक से हटाया. हंगामे के कारण टाटा की तरफ से जाने वाली जनशताब्दी और इस्पात एक्सप्रेस को भी झारग्राम के आउटर में काफी देर तक रोक कर रखा गया था. वहीं टाटा की ओर आ रही दुरंतो एक्सप्रेस भी रुकी थी. हंगामा खत्म होने के बाद सभी ट्रेनों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया.
पाकुड़ जिले के लिट्टीपाडा प्रखंड में ब्रेन मलेरिया हुए पाँच बच्चों की मौत के बाद राजमहल सांसद विजय हंसदा आँसू पोछने पहुंचे तथा
पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिये । सांसद ने कहा कि स्वस्थ विभाग द्वारा बेहतर से बेहतर तरीके ग्रामीणों इलाके साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने दिशा निर्देश दिए हैं । इस दुख की घड़ी मे पीड़ित परिवार के साथ है औऱ आगे भी सहायता की जाएगी । इलाके पर सरकार और जिला प्रशासन पूरी नजर रखे हुई है । कराया जा रहा है। मच्छरदानी का वितरण भी किया जा रहे हैं। 23 गांव का सर्वे भी किया गया है। सड़क पानी बिजली सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है जिला प्रशासन और हेमंत सरकार ग्रामीण क्षेत्र पर नजर बनाई हुई है ताकि एक भी गरीब को किसी तरह की परेशानी ना हो। सांसद विजय हांसदा ने बड़ा कुटलो गांव के ग्राम प्रधान, मुखिया सहित ग्रामीणों से यहां की समस्या को जाना और त्वरित कार्रवाई करने के लिए लिट्टीपाड़ा बीडीओ श्रीमान मरांडी को आदेश दिया कि जितना जल्द से जल्द हो यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाए। आपको बता दें पाकुड़ जिले का लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बहुल्य है और इस इलाके में समस्याओं का अम्बार है । समय रहते यहां जनप्रतिनिधि और सरकारी महकमे के लोग ध्यान दिए रहते तो पाँच बच्चों की जान नहीं जाती ।
डुमरिया प्रखंड के कुंडालुका पंचायत के बाहेदा गांव के रहने वाले भोक्तू मुर्मू के पिता बासेत मुर्मू की मौत हो गयी है
उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल निर्माण कार्य में फंसे डूंमरिया प्रखंड के 6 मजदूर हैं सभी सुरक्षित हैं और सकुशल बाहर भी आ गए हैं , सुरंग से निकल गए मजदूरों के घर में खुशी है लेकिन इसी में एक ऐसा घर है जिन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है
बड़ी दुख वाली खबर यह है कि सुरंग मे फंसे डुमरिया प्रखंड के 6 मजदूरों में एक मजदूर जिनका नाम भोक्तू मुर्मू था उनके पिता बासेत मुर्मू का देहांत हो गया । भोक्तू मुर्मू जब सुरंग में फंसे हुआ था तब उसके माता-पिता चिंतित थे और इसी चिंता में ही पिता का देहांत हो गया । कल जब सारे मजदूर सुरंग से बाहर निकाल दिए गए और यह खुशी की खबर सारे मजदूर के परिवारों को मिली लेकिन तब तक वक्त मुर्मू के पिता इस दुनिया में नहीं थे अपनी बेटा के सुरंग से निकलने की खबर भी वह सुन नहीं पाई और उससे पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था
सुरंग मे फंसे हुए मजदूर भूक्तु मुर्मू के पिता बासेत मुर्मू अपने बेटे की याद में इस कदर पागल हो गए थे कि वह चलते-चलते ही जमीन पर गिर गए और उनकी वहीं पर मौत हो गई
आपको बता दे कि डुमरिया प्रखंड का यह बहेदा गांव पहाड़ी गांव है , यहा किसी तरह का कोई मोबाइल नेटवर्क नही है , जिससे पिता को अपने पुत्र के बारे मे किसी तरह का कोई जानकारी नही मिल पा रही थी , पिता चिंता मे थे कि उनका बेटा सुरंग मे कैसा है ।
सरकारी बैंक का फर्जी लिंक के जरिए लोगो के मेहनत की कमाई लूटने वाले तीन अपराधियों को गिरिडीह साइबर पुलिस ने दबोचा, किए कई खुलासे
गिरिडीह
गिरिडीह साइबर पुलिस के रडार पर सबसे अधिक साइबर अपराधी ही है। क्योंकि गुप्त सूचना पर साइबर पुलिस ने गिरिडीह समेत दो जिला से तीन अपराधियों को दबोचा। जिसमे गिरिडीह के तारातांड के बोरोतांड गांव निवासी अर्जुन मंडल, अहिल्यापुर थाना इलाके के लखनपुर गांव निवासी सुभाष मंडल के साथ धनबाद के संथालडीह गांव निवासी राजेश मंडल शामिल है। तीनो की गिरफ्तारी के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर एसपी दीपक कुमार शर्मा और डीएसपी संदीप सुमन ने बताया की गिरफ्तार तीनो अपराधियों के पास से 9 मोबाइल फोन और 18 सीम कार्ड भी जब्त किया गया है। पूछताछ और जब्त मोबाइल को खंगालने के क्रम में पुलिस को जानकारी मिली की तीनो अपराधी सरकार के बैंक एसबीआई का फर्जी लिंक बनाकर रखे हुए थे, जिसका इस्तेमाल तीनो तभी किया करते। जब दूसरे लिंक की ये जांच कर लेते की बैंक के खाताधारक ने किसी और को जो लिंक भेजा है वो क्या और कैसा है। इसके लिए तीनो अपराधी यूजर आईडी और उसके पासवर्ड के साथ ओटीपी का इस्तेमाल कर बैंक खाता धारकों के लिंक को देखते, इसके बाद वैसे लोगो को तीनो खुद के बनाए एसबीआई का फर्जी लिंक बनाकर भेजते। और उनके बैंक खाता से पैसे उड़ा लिया करते, इस तकनीक में इन अपराधियों को अधिक मेहनत भी नही लगता। और बैंक खाता धारकों के के खाते में रखे मेहनत की कमाई को उड़ा लिया करते। फिलहाल तीनों को साइबर पुलिस ने तो जेल भेज दिया है। लेकिन तीनो के पास से जब्त मोबाइल और सीम कार्ड को अब भी खंगाला जा रहा है। इधर एसपी ने बताया की साइबर पुलिस को हाल के दिनो मे काफी सफलता मिली है। क्योंकि पिछले कुछ महीनों में अपराधियों के पास से लाखो रुपए नगद के साथ 96 सीम कार्ड और कई मोबाइल जब्त किए गए है। लेकिन गिरिडीह साइबर पुलिस चुप नही बैठने वाली, और लोगो के मेहनत की कमाई को लूटने वाले अपराधियों को जेल जाना तय है। इधर प्रेसवार्ता में साइबर इंसेक्टर अजय कुमार भी मौजूद थे।
झारखंड राज्य से बाल व्यापार एवं असुरक्षित पलायन को समाप्त करने के उद्देश्य ग्राम संदेश यात्रा सहकार योजना निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ झारखंड के राज्यपाल क राधाकृष्णन के द्वारा राजधानी रांची के एक निजी होटल से किया गया अवसर पर राजपाल सहित अन्य गण्यमान व्यक्तियों की उपस्थिति रही झारखंड के राज्यपाल और राज्यसभा सांसद के द्वारा बाल व्यापार एवं असुरक्षित पलायन को रोकने के उद्देश्य प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया गया कार्यक्रम में अपने संबोधन के माध्यम से राज्यपाल ने कार्यक्रम से संबंधित विषयों पर अपनी बात भी रखी
कार्यक्रम में उपस्थित राज्यसभा सांसद ने कहा कि विगत वर्षों में इस विषय पर काफी विकट स्थिति बनी हुई थी कई प्रकार के प्लेसमेंट एजेंसियां कम कर रही थी इस पर लगातार काम करने का फल यह मिला कि यह विषय काफी कम देखने को मिल रहा है और कई योजनाओं के माध्यम से भी इस दिशा में पहल की जा रही है
वही बाल कल्याण संघ के सचिव का कहना है कि कार्यक्रम से संबंधित विषयों में लोगों में जागरूकता कैसे आए और सरकार के द्वारा उठाए जा रहे हैं कदम को किस प्रकार से धरातल पर और भी मजबूती के साथ क्रियान्वित की जाए इसके प्रयास के तहत इस प्रकार के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है हमारे राज्य के प्रति ट्रैफिकिंग को लेकर जो दिमाग में बैठ गया है उस शका को दूर करने की जरूरत है एवं इन्हें किस प्रकार से स्वरोजगार अपने राज्य में ही मुहैया एवं शिक्षा भी साथ-साथ दी जा सके इन सब को लेकर योजनाएं हैं