*★मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने उज्जवला दीदी के प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण हेतु 20 सूत्री के जिला उपाध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों के कार्यशाला को संबोधित किया*
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*★ 23 अगस्त से लाभुकों को मुफ्त में दूसरी रिफिल देने और उज्जवला दीदी सम्मेलन का होगा आगाज*
*★30 सितंबर तक छूटे हुए लगभग 10 लाख लाभुकों को घर-घर जाकर दिया जाएगा मुफ्त कनेक्शन*
*★32 लाख से ज्यादा लाभुक अबतक प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से जोड़े जा चुके हैं*
*★राज्य के 29 हजार गांवों में उज्ज्वला दीदी के चयन की प्रक्रिया 30 अगस्त तक हो पूरी*
*–रघुवर दास, मुख्यमंत्री*
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23 अगस्त को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की उपलब्धियों की फेहरिस्त में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी, जब राज्य सरकार की ओर से इस योजना के लाभुकों को दूसरे रिफिल मुफ्त में दी जाएगी. लाभुकों को गैस सिलिंडर की कीमत के बराबर राशि डीबीटी के जरिए उनके खाते में भेजी जाएगी. इस दिन से चरणबद्ध तरीके से प्रमंडलीय स्तर पर उज्जवला दीदी का सम्मेलन आय़ोजित करने की भी शुरूआत होगी. मुख्यमंत्री श्री ऱघुवर दास ने आज झारखंड मंत्रालय में उज्जवला दीदी के प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण हेतु 20 सूत्री के जिला उपाध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों के कार्यशाला को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के लाभुकों को दूसरा सिलिंडर मुफ्त देने व उज्जवला दीदी के सम्मेलन का आगाज कोल्हन प्रमंडल के मुख्यालय चाईबासा से होगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद 25 अगस्त को संथाल परगना प्रमंडल के दुमका, 28 अगस्त को उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के हजारीबाग, 31 अगस्त को पलामू प्रमंडल के पलामू और 3 सितंबर को दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के गुमला जिले में उज्ज्वला दीदी सम्मेलन और दूसरी रिलीफ मुफ्त में देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन होगा.
*30 सितंबर तक शत प्रतिशत लक्ष्य करना है हासिल*
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लिए जो अहर्ता रखते हैं, उन्हें हर हाल में मुफ्त गैस कनेक्शन देना है. इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. 20 सूत्री के सभी जिला उपाध्यक्षों, प्रखंड अध्यक्षों और सदस्य यह संकल्प लें कि वे उज्जवला दीदी के साथ समन्वय बनाकर पंचाय़त स्तर पर चिन्हित किए गए लाभुकों के घर जाकर उन्हें मुफ्त में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को पूरी करें. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में अबतक 32 लाख से ज्यादा लाभुकों के प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का लाभ दिया जा चुका है. इन लाभुकों को अब दूसरी रिफिल भी मुफ्त दी जा रही है. इस बाबत लाभुकों तक इसकी जानकारी पहुंचाने के लिए 20 सूत्री के तमाम सदस्य पूरी ताकत झोंक दें, ताकि वे इसका लाभ ले सकें.
*पंचायत स्तर पर दो-दो उज्जवला दीदी के चयन की प्रक्रिया हो चुकी पूरी*
पूरे देश में झारखंड एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पंचायत स्तर पर दो-दो उज्जवला दीदी के चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. कई जिलों में ग्राम स्तर पर भी उज्ज्वला दीदी का चयन किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जवला दीदी की जिम्मेदारी बनती है कि वे हर गांव-घर में
जाकर महिलाओं को एलपीजी इंधन के फायदों से अवगत कराएं और उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही उज्जवला योजना के अंतर्गत मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए प्रेरित करें. उन्होंने यह भी राज्य के 29 हजार गांवों में उज्जवला दीदी बनाए जाने हैं. इनके चयन की प्रक्रिया हर हाल में 30 अगस्त तक पूरी कर ली जानी चाहिए.
*हर जिले से 5 युवाओं को दी जाएगी मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण*
मुख्यमंत्री ने बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों को कहा कि वे अविलंब पांच सदस्यों की सूची दें, जिन्हें एलपीजी इंधन के सुरक्षित इस्तेमाल व उज्जवला योजना से जुड़ी जानकारी देने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा. य़े प्रशिक्षण लेने के उपरांत वे उज्जवला दीदी को
प्रशिक्षित करेंगे, ताकि वे सुदरवर्ती इलाके में रहने वाले परिवारों को भी मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए प्रेरित करने के साथ इसके सुरक्षित इस्तेमाल व फायदे से अवगत कराएंगी.
*उज्जवला पंचायतों का भी शुरु हो चुका है आयोजन*
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 1001 स्थानों पर उज्जवला पंचायत का आय़ोजन किया जाना है. 29 जुलाई से इसकी शुरूआत हो चुकी है और आगामी 14 सितंबर तक यह पूरी कर ली जाएगी.
इन उज्जवला पंचायतों के माध्यम से न सिर्फ छूटे हुए लाभुकों को उज्जवला योजना से जोड़ा जाएगा, बल्कि स्वच्छ इंधन के महत्व के बारे में भी जागरुक किया जा रहा है.
*उज्जवला योजना से महिलाओं की जिंदगी में आया है बदलाव*
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले उज्जवला योजना से महिलाओं की जिंदगी में अहम बदलाव आया है. उन्हें चूल्हे में खाना बनाने के दौरान होने वाले धुएं और घुटन से आजादी मिली है. उनके स्वास्थ्य को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंच रहा है और समय की भी बचत हो रही है, जिसका इस्तेमाल वे दूसरे कार्यों में कर रही हैं. इतना ही नहीं इससे पर्यावरण संरक्षण में भी काफी मदद मिल रही है. उन्होंने बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों को कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति के परिवारों को भी एलपीजी गैस कनेक्शऩ व उसके इस्तेमाल करने की दिशा में जागरूक करने में अहम रोल निभाएं.
*सिर्फ दो माह में दिए गए 3.5 लाख के लगभग गैस कनेक्शन*
*बीस सूत्री के उपाध्यक्ष श्री राकेश प्रसाद* ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के क्रियान्वयन में झारखंड देश के अव्वल राज्यों में शामिल है. यहां लगभग 43 लाख लाभुकों को इस योजना से जोड़ा जाना है. इस लक्ष्य को हासिल करने के अंतिम पड़ाव पर झारखंड पहुंच चुका है. सिर्फ जून-जुलाई में ही 3.5 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए गए हैं और यह आंकड़ा पहुंचकर 32 लाख के पार हो चुका है. उन्होंने दावा किया कि 30 सितंबर तक शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा. बीस सूत्री उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बार उज्जव्ला दीदी की की ताकत की ताकत को पहचाना है और सरकार के साथ जोड़ने का काम किया है. इसका निश्चित तौर पर फायदा पूरे राज्य को मिलेगा.
*इस कार्यशाला में पदम श्री से सम्मानित श्रीमती जमुना टुडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव श्री अमिताभ कौशल, खाद्य निदेशक श्री संजय कुमार, उज्जवला योजना के स्टेट को-आर्डिनेटर समेत तेल कंपनियों के वरीय अधिकारी और बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष मौजूद थे.*
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*#Team PRD(CMO)*