झारखंड विधानसभा का सत्र फिर हुआ बाधित सत्ता पक्ष और विपक्ष ने लगाया एक दूसरे पर आरोप
झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) विधेयक- 2023 पर बवाल मच गया है. विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों को भी इसके सजा के प्रावधानों पर आपत्ति
झारखंड विधानसभा का सत्र फिर हुआ बाधित सत्ता पक्ष और विपक्ष ने लगाया एक दूसरे पर आरोप झारखंड विधानसभा के चौथे दिन की कार्यवाही उंगली दिखाए जाने को लेकर दो बार स्थगित करनी पड़ी. पक्ष-विपक्ष के विधायक वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. विधायकों ने कहा कि सदन में गुंडागर्दी नहीं चलेगी.
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान व्यवस्था के तहत भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि काम के लिए बाहर गए मजदूरों का शोषण हो रहा है. पिछले तीन माह में सैकड़ों मजदूरों की मौत हो गई है. लेकिन इस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है.इस पर हस्तक्षेप करते हुए गिरिडीह से झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि ढुल्लू महतो गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि ढुल्लू महतो के क्षेत्र के ही एक मजदूर की मुंबई में मौत होने पर उन्होंने चंदा जमा कर शव को मंगवाया था.
इसी बीच सुखाड़ और विधि व्यवस्था के मसले पर विशेष चर्चा की मांग को लेकर भाजपा के विधायक वेल में आ गए. वेल में आने के बाद ढुल्लू महतो ने विधायक सुदिव्य सोनू की तरफ इशारा करते हुए कुछ कहा. जवाब में सुदिव्य सोनू भी रिपोर्टिंग टेबल की दूसरी ओर आ गये और दोनों ने एक दूसरे को उंगली दिखाई. इस दौरान सदन का माहौल गरमा गया. इसमें संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने भी हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा कि यह तरीका सही नहीं है. ढुल्लू महतो को इस तरह उंगली नहीं दिखानी चाहिए. मामला गरमाया तो भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने ढुल्लू महतो को अपनी और खींचा. बिगड़े माहौल को देखते हुए स्पीकर ने 20 मिनट तक सभा की कार्यवाही स्थगित कर दी.
सभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर पक्ष और विपक्ष के बीच गहमागहमी बढ़ी. दोनों तरफ से विधायक वेल में पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. ढुल्लू महतो द्वारा उंगली दिखाए जाने के विरोध में सत्तापक्ष के विधायक वेल में पहुंचे और कहा की गुंडागर्दी नहीं चलेगी. हंगामे को देखते हुए सभा की कार्यवाही फिर 12: 30 बजे तक स्थगित कर दी गई.
बहरहाल सदन की कार्रवाई आज भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई देखना है मानसून सत्र में जनहित की कुछ बातें हो भी पाती है या फिर बाधित सदन ही रहेगा