कांग्रेस को सत्ता या पीएम पद में कोई दिलचस्पी नहीं, विपक्ष की बैठक में बोले खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति पर चर्चा करने के लिए हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक में मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति पर चर्चा करने के लिए हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक में मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। खरगे ने विपक्ष की बैठक के दूसरे दिन की शुरुआत में कहा, ‘‘इस बैठक में हमारी मंशा अपने लिए सत्ता हासिल करने की नहीं है। हमारा इरादा हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरेपक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा करना है।”
कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं
उन्होंने स्वीकार किया कि विपक्षी दलों के बीच राज्य स्तर पर मतभेद हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि ये मतभेद विचारधारा से संबंधित नहीं हैं। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘ये मतभेद उतने बड़े नहीं है कि हम उन्हें महंगाई की मार झेल रहे मध्यम वर्ग और आम आदमी की खातिर, बेरोजगारी से जूझ रहे हमारे युवाओं की खातिर, गरीबों की खातिर और पर्दे के पीछे चुपचाप कुचले जा रहे दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की खातिर पीछे नहीं छोड़ सकते।”
भाजपा को 303 सीट अकेले के दम पर नहीं मिलीं
उन्होंने कहा कि यहां 26 दल एकजुट हुए हैं और ये आज 11 राज्यों की सरकारों में हैं। खरगे ने कहा, ‘‘भाजपा को 303 सीट अकेले के दम पर नहीं मिलीं। उसने अपने सहयोगियों के मतों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आने के बाद उन्हें त्याग दिया। आज, भाजपा अध्यक्ष और पार्टी नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य दौड़ लगा रहे हैं।”
विपक्षी बैठक के जरिये यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल हुए जो पहले दिन की बैठक में शामिल नहीं हो सके थे। आज की बैठक के बाद विपक्षी दलों के नेता संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से आगे की रूपरेखा पेश करेंगे। इसके साथ ही दो दिवसीय बैठक का समापन होगा।
सोनिया, ममता समेत ये नेता हैं बैठक में शामिल
दूसरे दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हैं।
मोदी सरकार की विदाई करनी है- लालू यादव
बैठक के लिए पहुंचने पर लालू प्रसाद यादव ने संवाददाताओं से कहा कि ”अब नरेंद्र मोदी की (सरकार की) विदाई करनी है। ” विपक्षी दलों की इस बैठक के साथ ही दिल्ली के एक पांचसितारा होटल में आज शाम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की भी बैठक होने वाली है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि राजग की बैठक में 38 दल शामिल होंगे। कांग्रेस ने भाजपा पर प्रहार करते हुए सोमवार को कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता भारत के राजनीतिक परिदृश्य के लिए परिवर्तनकारी साबित होगी तथा जो लोग अकेले दम पर विपक्षी पार्टियों को हराने का दम भरते थे, वे इन दिनों ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भूत’ में नयी जान फूंकने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करते हुए सोमवार को कहा था कि संसद में सभी विपक्षी दलों पर अकेले भारी पड़ने की बात करने के बाद अब उन्हें (प्रधानमंत्री को) 30 छोटे-छोटे दलों को गिनने की जरूरत क्यों पड़ गई। सूत्रों का कहना है कि दूसरे दिन की बैठक में विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे। सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल साझा न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर काम करेंगे और मिलकर आंदोलन करने की योजना की घोषणा करने के साथ ही साझा घोषणापत्र और हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक उम्मीदवार खड़ा करने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। विपक्षी दलों की पिछली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी।