रिपोर्ट :-अमित कुमार पोद्दार
दूर दराज से आते है लोग जल चढ़ाने, प्राचीन कल से है यहां बाबा का शिवलिंग स्थापित
बखरी ,बेगूसराय :जिले का सबसे बड़ा शिखर वाला होगा बाबा गरीब नाथ का मंदिर शिखर की ऊँचाई 100 फिट तक होंगी शास्त्रों मे लिखा है की परमपिता ब्रह्मा उतना ही देंगे जितना भगवान विष्णु नें कहा है, भगवान विष्णु उतना ही देंगे जितना लिखा है, लेकिन पुरे ब्रह्माण्ड मे एक देवा आदि देव महादेव ही एक ऐसे है की जितना मांगो उतना मिलता है इस वाक्य को सच साबित करता रहा है बख़री के श्री विश्ववंधू पुस्तकालय मुहार पर प्राचीनकाल से स्थापित महादेव रूपी बाबा गरीबनाथ का मंदिर। इस मंदिर की स्थापना प्राचीनकाल से ही एक शिवलिंग के रूप मे था बाद मे इसे ब्रिटिश हुकूमत के अंत मे पूर्वजो नें एक छोठा सा मंदिर बनाकर पूजा अर्चना करने लगे। यूतो कई दशकों से बाबागरीब नाथ यहां के लोगो की मुरादें पूरी करते रहे लेकिन उनके खुद के भवन जर्जर हालत मे हीं रहे. फिर दौर आया इक्कीसवी सदी का जहाँ अब भी इन्हे पूजने और मानने वालो की लंबी कतार थी. जहां मंदिर के भब्य निर्माण केलिए कमिटी का निर्माण हुआ कमिटी के अध्यक्ष विजय नेमानी, अधिवक्ता व सचिव सुरेन्द्र केशरी, चन्द्रदेव शर्मा,पवन साहू, पंकज केशरी,रविन्द्र राज, सुनील पोद्दार, अमित पोद्दार, सन्नी गुप्ता, संजीव पोद्दार, गोपाल मेहता,मोहन ठाकुर, भोला रजक, रामचंद्र सहनी, विशाल केशरी, रमन झा सीताराम केशरी कई समाजिक, बुद्धिजीवि, प्रबुद्धजनो नें मंदिर का निर्माण मे अपनी पूरी ताकत झोकदी. इनसब से पूर्व बाबा की महिमा की बात करे तो इस मंदिर जो कोई जिस मुराद को लेकर सच्चे मन से शिवलिंग पर जल अर्पित पूजा अर्चना करते है उनकी मुराद अवश्य पूरी होती है, जिस कारण पुरे वर्ष सातों दिन यहां पूजा करने वालो की भीड़ लगी रहती है, वही सावन मास मे यहां बिहार के कई जिलों से लोग सिमरिया गंगाघाट से जल उठाकर बाबागरीब नाथ के शिवलिंग अर्पित कर अपनी मुरादें मनवाते है. मुरादें पूरी होने पर यहां हर शुभमुहूर्त पर मुंडन, विवाह, उपनयन, अन्य संस्कार केलिए होर लगी रहती है. वही शिवरात्रि के अवसर पर यहां कई दिनों तक भब्य कार्यक्रम का आयोजन देर रात तक किया जाता है. मंदिर कमिटी के अध्यक्ष विजय नेमानी, सचिव सुरेन्द्र केशरी नें बताया है यहां बाबा की महिमा अपरमपार है जिस कारण हम सब व्यवसायी, व नौकरी पेशे मे ब्यस्त समय मे भी बाबा की सेवा मे लगे रहते है कहा की आज जहाँ भी वे है बस बाबा गरीबनाथ की देन है. इसलिए आज बाबा के आवास के भूमि पर एक भब्य मंदिर बन चूका है जसमे मुख्य भवन मे बाबा की शिवलिंग, पश्चिमी की ओर माता पार्वती, ब्रह्मा जी, कार्तिकेय, माता लक्ष्मी, समेत एक अन्य भवन उत्तरी कक्ष मे भगवान गणेश की भब्य प्रतिमा का निर्माण अंतिम दौर मे है. वही बख़री नगर तमाम नागरिकों को बाबा के दर्शन हो इसके लिए भवन के पहले तले से 100 फिट की ऊँचाई की भब्य शिखर का निर्माण भी अब अंतिम दौर मे है. वही रात्रि मे सफ़ेद लाइट मे यह शिखर समेत बाबा का भवन धरती पर कैलाश की अनुभूति देती है, सामने शिवगंगा के रूप मे तालाब व उनके चारो मुहार पर बड़े बड़े पेड़ मंदिर की सुंदरता मे और भी चारचाँद लगते है. मंदिर कमिटी के सचिव सुरेन्द्र केशरी नें बताया की सावन के दो भागो मे विभाजन के बाद आगामी 8 सावन की सोमवारी को बाबा गरीबनाथ को जल अर्पित समेत पूजा अर्चना मे कोई परेशानी ना आये इसके लिए कमिटी नें सारी तैयारियां पूरी कर ली है. बताते चले यहां हर सोमवार बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, दरभंगा समेत, अन्य जिलों से लोग जल चढ़ाने आते है.