चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय :ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा पुनर्नियुक्त विभिन्न विषय के कुल सत्रह अतिथि शिक्षकों को एस बी एस एस महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने योगदान कराया। योगदान के तुरंत बाद उन्होंने महाविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए एक महाविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों से साथ बैठक का आयोजन किया। डॉ. अवधेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी अतिथि शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति के लिए बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में अतिथि शिक्षकों ने महाविद्यालय के शैक्षणिक लक्ष्य को पूरा करने एवं महाविद्यालय के विभिन्न कार्यों को सम्पादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं उन्हें बधाई देते हुए पुनः नए जोश के साथ महाविद्यालय में उनका स्वागत करता हूँ। साथ ही महाविद्यालय के शिक्षकों को कर्तव्यपरायणता का पाठ पढ़ाते हुए प्रधानाचार्य ने कहा इस बात के लिए महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष एवं शिक्षकों को आगाह करता हूँ कि वे सीबीसीएस सिस्टम के तहत सत्र 2023-27 के शैक्षणिक लक्ष्यों सफलतापूर्वक प्राप्ति के लिये कमर कस लें। मैं स्वयं नियमपसन्द व्यक्ति हूँ। इसलिए कार्यपद्धति में किसी प्रकार की कोताही मुझे बरदाश्त नहीं है। आपकी कक्षाओं की रिपोर्ट मुझे रोजाना मेरे टेबल पर चाहिए। आपके विभाग में जिन आवश्यक शैक्षणिक सामग्री की जरूरत है उसे कार्यालय में लिखित रूप में आवेदन दे कर प्राप्त कर लें। लेकिन स्वयं एवं महाविद्यालय को चुस्त- दुरुस्त रखने का हर संभव प्रयास करें। छात्रों से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें नए सत्र की विशेषताओं की जानकारी दें एवं महाविद्यालय आने के लिए प्रेरित करें।
सीबीसीएस सिस्टम को विशेष रूप से समझाते हुए महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी एवं हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ अरमान आनंद ने बताया कि नई शिक्षा नीति पूरे तरह से छात्र और शिक्षक के संबंधों पर आधारित है इसलिए हम सब छात्रों से जुड़ने का प्रयास करेंगे एवं उनकी कठिनाई से अवगत होने एवं दूर करने का प्रयास करेंगे। इस व्यवस्था में चार साल की अवधि में आठ सेमेस्टर की आठ बाह्य परीक्षा के साथ साथ सोलह आंतरिक मूल्यांकन परीक्षाएं होनी हैं जिसमें उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसके अलावे छात्रों की पचहत्तर प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। समेस्टर के बीच मे कुछ सर्टिफिकेट कोर्स योग, रचनात्मक लेखन, आदि के करने अनिवार्य होंगे।
इस अवसर पर आई क्यू ए सी के समन्वयक डॉ अमित कुमार गुंजन ने कहा कि आगामी नैक के लिए भी सभी विभागों को अपडेट होना जरूरी है। पिछले पांच वर्षों के लेखा जोखा को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी हम सभी पर है।
इस अवसर पर डॉ. राजकुमार सिंह, डॉ रुचि जैन, डॉ मोहम्मद परवेज, डॉप्रधानाचार्य डॉ. अवधेश विवेक कुमार सिन्हा, धनंजय कुमार, डॉ अशोक कुमार ,डॉ राजीव शर्मा, डॉ महालक्ष्मी कुमारी, डॉ श्वेता भारती, डॉ सुनीला कुमारी, डॉ जमशेद आलम एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों में धीरज कुमार, अमित कुमार ,कारी ठाकुर सलित झा आदि उपस्थित रहे।