देवघर
पुलिस उप महानिरीक्षक, उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से बीएड कॉलेज प्रांगण में श्रावणी मेला के दौरान बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सभी दंडाधिकारियों को किया ब्रीफ
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*■ सकारात्मक दृष्टिकोण व सेवा भाव के साथ अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करे सभी पुलिस पदाधिकारी एवम दंडाधिकारी:- पुलिस उप महानिरीक्षक…*
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*■ ये आस्था का पर्व है, देवतुल्य श्रद्धालुओं/कांवरियों की सुविधा व सुरक्षा के लिए 24×7 एक्टिव मोड में रहें:- उपायुक्त….*
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*■ मेला क्षेत्र हर परिस्थिति में अनुशासन का रखें ख्याल:- उपायुक्त….*
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*■ सभी के सहयोग एवम समन्वय से श्रावणी मेला का सफल संचालन सुनिश्चित किया जा सकेगा:- उपायुक्त…*
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*■ बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं से हमेशा संयम एवं शालीनता के साथ व्यवहार करें:- उपायुक्त…*
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*■ श्रावणी मेला के दौरान भीआईपी, भीभीआईपी, आउट ऑफ टर्न दर्शन पर रहेगी पूर्णतः रोक:- उपायुक्त….*
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*■ सेवा भाव और टीम भावना से देवतुल्य श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का रखे ख्याल:- उपायुक्त…*
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*■ भीड़ को नियंत्रित करना सभी की प्रमुख जिम्मेवारी:- पुलिस अधीक्षक…*
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*■ बाबा मंदिर परिसर में अनावश्यक भीड़ न हो, यह करें सुनिश्चित:- पुलिस अधीक्षक…*
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*■ संयम के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें:- उप विकास आयुक्त…*
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राजकीय श्रावणी मेला 2023 के सफल संचालन और श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है। इसी कड़ी में आज पुलिस उप महानिरीक्षक श्री सुदर्शन मंडल, उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री व पुलिस अधीक्षक श्री सुभाष चंद्र जाट के द्वारा संयुक्त रूप से देवघर बीएड कॉलेज परिसर में सभी वरीय पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारियों की ब्रीफ किया गया। इस दौरान तैयारियों की समीक्षा कर सभी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया। साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को उनके कर्तव्यों व दायित्वों से अवगत कराया गया।
इस दौरान पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि श्रावण मास 2023 के पहली सोमावरी के पूर्व संध्या बेला में आप सभी वरीय पदाधिकारियों व दंडाधिकारियों का इस ब्रीफिंग में स्वागत है। उन्होंने कहा कि विगत चार महीनों से ही श्रावणी मेला की तैयारी की जा रही है। ताकि बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। हर साल की भांति इस साल भी जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया है। देवतुल्य श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का बेहतर ख्याल रखा गया है। साथ ही जो कमियां है, उस पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सावन की पहली सोमवारी को लेकर सभी पदाधिकारी/दंडाधिकारी/पुलिस बल अलर्ट मोड ने रहें। सभी को जन सेवाभाव और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना है। श्रावणी मेला में आप सभी की सहभागिता होनी चाहिए। साथ ही देवतुल्य श्रद्धालुओं व कांवरियों की सुविधा व सुरक्षा का ख्याल रखना आप सभी प्रमुख प्राथमिकता होनी चाहिए। श्रावण मास के दौरान श्रद्धालुओं/कांवरियों के साथ आपका आचरण सही होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ये श्रद्धा का ड्यूटी है। और श्रावण मास आस्था का पर्व है इसलिए बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं व कांवरियों के आस्था को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। उन्होंने बताया कि अभी कोई वीवीआईपी नही है, सिर्फ श्रद्धालु एवम कांवरियां ही वीवीआईपी है। इसलिए इसका खासा ध्यान रखे कि कोई भी वीवीआईपी बनकर उसका लाभ न उठाएं। इसके साथ ही आप सभी को अपने वरीय पदाधिकारियों के बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करना है। ताकि सुचारू रूप सभी कार्यों का उचित संचालन सुनिश्चित हो।
*■ सभी के सहयोग एवम समन्वय से श्रावणी मेला का सफल संचालन सुनिश्चित किया जा सकेगा:- उपायुक्त…*
इसके अलावे ब्रीफिंग के दौरान सभी को संबोधित करते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि बाबा नगरी आने वाले सभी श्रद्धालु सावन माह में सुगम व सुरक्षित रूप से जलार्पण कराना हम सबकी प्रमुख प्राथमिकता है। ऐसे में उपायुक्त ने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को सेवा भाव और आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों का उचित अनुश्रवण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखें। श्रावण मेला में सभी की सहभागिता जरूरी है। इसलिए एकजुटता दिखाते हुए सभी कार्यों का संचालन करें। ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। आगे उन्होंने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को बाबा नगरी आने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया है। इसके अलावा उपायुक्त ने किसी भी कार्य को जल्दबाजी के साथ नहीं करें। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि नींद में सोए हुए कावरियों को प्रेमपूर्वक उठाएं तथा उन्हें सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जहां जहां बैरिकेडिंग, ड्रॉप गेट, शेड्स व अन्य मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता है, उसकी व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि यह ध्यान रखें कि कम्युनिकेशन गैप न हो। उपायुक्त ने कहा कि श्रद्धालु यहां आध्यात्मिक और सेवा भाव के साथ आते है, इसलिए उनकी सुरक्षा और सुविधा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी अधिकारियों/दंडाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना है कि बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अनुचित व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। हमेशा संयम एवं शालीनता के साथ श्रद्धालुओं से व्यवहार करें। इसके साथ साथ आपातकालीन स्थिति के लिए 24×7 तैयार रहें। श्रावणी मेला से राज्य सरकार की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है, इसका सभी को ख्याल रखना है। इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग करते हैं, कही भी किसी प्रकार की कोई कमी न हो। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा हमारा पहला दायित्व है। ताकि कावरियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराया जा सकें। सभी पालियों के दंडाधिकारियों को ईमानदारी व निष्ठा पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना है। उन्होंने बताया कि कोई भी पाली में दंडाधिकारी पाली नही छोड़ेंगे, जबतक कि अगला दंडाधिकारी वहां तैनात नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि हर परिस्थिति में अनुशासन बनाए रखना है। ताकि सुगमता पूर्वक कार्यों का संचालन हो। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा जानमाल की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए (आउट ऑफ टर्न) वीआईपी/वीआईपी दर्शन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के दर्शन के पश्चात लाइन को अनावश्यक रूप से ना रोके, उसे आगे बढ़ने दें। इसके साथ ही मंदिर के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि मंदिर में कार्यरत पंडित/पुरोहितों के साथ उचित व्यवहार करें। उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला की संवेदनशीलता और अहमियत को समझते हुए अपने दायित्व का निर्वहन करें। सुचारु व्यवस्था के साथ मेला का संचालन सुनिश्चित करें। साथ ही अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान नहीं दें।
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि श्रावण मास की आप सबों को अनंत शुभकामनाएं। पुलिस अधीक्षक ने ब्रीफ करते हुए कहा कि श्रावण मास 2023 के दौरान आप सभी पुलिस पदाधिकारी एवं दंडाधिकारी की सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए। सबकी सहभागिता से ही श्रावण मास का सफल संचालन सुनिश्चित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का यही प्रयास है कि सुचारू रूप से मेला को संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि आप सभी को अपनी अपनी जिम्मेवारी से अवगत कराया जा चुका है। हमें उम्मीद ही नही पूरा विश्वास है कि आप सभी अपने कर्तव्यों और दायित्वों का पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे। मुझे ज्ञात है कि आपसभी ने हर परिस्थिति का सामना किया है। समय व परिस्थिति को देखते हुए आप सभी अपेक्षित व जरूरी निर्णय लेने के लिए सक्षम है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि श्रावण मास के दौरान राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पूर्ण रूप अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। साथ ही साथ भीड़ तंत्र को नियंत्रित करना आपकी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। रविवार की रात हमसभी के लिए परफॉर्मेंस की रात है। सेवा व समर्पण की भावना से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा लगातार बैठकों का उद्देश्य है कि बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम रूप से जलार्पण कराना। उन्होंने सभी पदाधिकारियों/दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में श्रद्धालुओं के साथ अनुचित व्यवहार ना हो, इसका ध्यान रखें। इसके अलावा उन्होंने डीएसपी सदर और मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को लगातार भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया।
इसके अलावा उप विकास आयुक्त ने कहा कि श्रावण मास के प्रथम सोमवारी की तैयारी हमारी पहली चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं की संपूर्ण जिम्मेवारी जिला प्रशासन की है। आप सभी को यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं के साथ किसी भी प्रकार की कोई दुर्व्यवहार ना हो। उन्होंने कहा कि सेवा भाव के साथ अपने कार्यों को करें। समय के साथ अपने प्रतिनियुक्त स्थान पर पहुंच जाएं। इसके साथ ही मेन पावर का सुनियोजित तरीके से उपयोग करें ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ना हो। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम रूप से जल अर्पण कराना हम सब की प्रमुख जिम्मेवारी है। इसके अलावा उप विकास आयुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि संसाधनों का उपयोग ऐसे करें जिससे कि श्रद्धालुओं को सहूलियत के साथ जलार्पण कराया जा सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाहर का खाना खाने से बचें तथा स्वयं की सुरक्षा को भी ध्यान में रखते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
*बैठक के दौरान* उप विकास आयुक्त, सिटी एसपी जमशेदपुर, सीआरपीएफ कमांडेंट, एनडीआरएफ कमांडेंट, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, डीएसपी सदर, एसडीपीओ सदर, जिला नजारत उप समाहर्ता एवं सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी के अलावा अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।