नियोजन नीति के विरोध में 48 घंटे का सम्पूर्ण झारखंड बंद को लेकर सड़कों पर उतरे बंद समर्थक
NH- 33 NH- 32 किया जाम
ग्रामीण क्षेत्र में बंद असरदार शहरी क्षेत्र में बंद का कोई असर नहीं जनजीवन सामान्य
झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति और झारखंड स्टूडेंट यूनियन के संयुक्त आह्वान पर 60:40 नियोजन नीति के विरोध में 48 घंटे झारखंड बंद का पहले दिन मिलाजुला असर देखने को मिला. जहां बंद समर्थकों ने सरायकेला- खरसावां जिला से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 32 और 33 को जाम कर दिया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में जगह- जगह बंद समर्थक आक्रोश प्रकट करते नजर आए.
हालांकि शहरी क्षेत्र में इसका असर नहीं देखा गया. बंद समर्थक जगह- जगह टायर जलाकर और सड़कों पर आवागमन बाधित कर सरकार विरोधी नारेबाजी करते देखे गए. प्रशासनिक मुस्तैदी के बीच कहीं- कहीं बंद समर्थकों एवं पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. वही लंबी दूरी की बसें सुबह के वक्त नहीं खुली हालांकि दिन निकलने के साथ ही बसों का आवागमन भी शुरू हो गया. कुल मिलाकर बंद के पहले दिन मिलाजुला असर देखा गया. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि अगले 24 घंटे 1 समर्थकों का क्या रुख रहता है.
बता दें कि झारखंड सरकार द्वारा लागू किए गए 60: 40 नियोजन नीति के विरोध में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति एवं झारखंड स्टूडेंट यूनियन चरणबद्ध आंदोलन चला रही है 48 घंटे की बंदी का आह्वान उसी आंदोलन का एक हिस्सा है. उधर प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार