नई दिल्ली. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में एक के बाद एक हो रही प्राकृतिक घटनाओं से सभी की नींद उड़ गई है. अब ताजा मामला जोशीमठ के ऊपरी इलाके धौलीगंगा का है. यहां बड़े स्तर पर हिमस्खलन हुआ है. यह इलाका जोशीमठ से करीब 50 किमी की दूरी पर है. वहीं कश्मीर में हिमस्खलन से दो लड़कियां जिंदा दब गई हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंड में मलारी के पास धौली गंगा की सहायक नदी पर हिमस्खलन हुआ है. एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड में चमोली जिले के सीमावर्ती गांव मलारी के पास सोमवार को हिमस्खलन हुआ है. यहां के जिला सूचना अधिकारी रवींद्र सिंह नेगी ने बताया कि मलारी के पास धौली गंगा नदी की एक सहायक नदी कुंती पर हिमस्खलन हुआ.
जोशीमठ में 50 किमी की दूरी पर हुआ हिमस्खलन
हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. उन्होंने बताया कि हर साल इस वक्त कुंती नदी पर हिमस्खलन आम बात है. जानकारी के मुताबिक जोशीमठ से एक सड़क मलारी तक जाती है, जो धंसावग्रस्त शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर नीती घाटी में स्थित है.
गंगोत्री और बद्रीनाथ में भी गिरी बर्फ
धौली गंगा के अलावा उत्तराखंड के बद्रीनाथ में भी भारी बर्फबारी से मंदिर और इसके आसपास का इलाका बर्फ की चादर से ढक गया है. वहीं गंगोत्री मंदिर और आसपास के इलाके में भी भारी बर्फबारी हुई है. इसके कारण तापमान के साथ पूरे इलाके में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है.
कश्मीर के कारगिल में हिमस्खलन से तबाही
इसके अलावा कश्मीर के कारगिल में हिमस्खलन की चपेट में आने से दो लड़कियां जिंदा दब गईं. जबकि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर बर्फबारी और भूस्खलन के कारण कश्मीर घाटी से हवाई और सड़क संपर्क सोमवार को कट गया. रिपोर्ट के अनुसार घाटी और जम्मू के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है.
ट्रेन संचालन के साथ बिजली आपूर्ति भी प्रभावित
जबकि मैदानी इलाकों में कल रात से बारिश हो रही है. घाटी में ट्रेन सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं. बर्फबारी और बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई.