निजाम खान
*समाहरणालय स्थित प्रशिक्षण भवन सभागार में आज पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जामताड़ा द्वारा ओडीएफ प्लस बेसलाइन एसेसमेंट को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।*
कार्यपालक अभियंता श्री सुरेंद्र कुमार दिनकर ने बताया की स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) कार्यक्रम के प्रथम चरण में झारखंड राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने के उपरांत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) कार्यक्रम के द्वितीय चरण में राज्य के सभी ग्रामों ओडीएफ प्लस ग्राम किया जाना है। जिसके तहत छूटे हुए वैसे योग्य लाभुकों को व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराने के साथ साथ सामुदायिक जागरूकता (आईईसी) के माध्यम से शौचालय की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के साथ साथ सभी ग्राम में ठोस एवं गीला कचड़ा के संग्रहण एवं उसके सुरक्षित निपटान हेतु आवश्यक अरेंजमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर का उचित प्रबंधन इस प्रकार किया जाना है ताकि प्रत्येक गांव पूर्णतः स्वच्छ रहे एवं दिखे।
आज दिनांक 08 जुलाई 2020 को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जामताड़ा के द्वारा समाहरणालय स्थित प्रशिक्षण भवन सभागार में ओडीएफ प्लस बेसलाइन असेस्मेंट विषय पर जिला स्तरीय रिसोर्स पूल टीम का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
*कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.), उपविकास आयुक्त श्री नागेन्द्र कुमार सिन्हा एवं कार्यपालक अभियंता श्री सुरेन्द्र कुमार दिनकर सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों के द्वारा किया गया।*
*सरकारी कर्तव्य नहीं सामाजिक कर्तव्य समझकर सर्वे का कार्य करें, ताकि प्रत्येक गांव पूर्णतः स्वच्छ रहे एवं दिखे:-उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.)*
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार(भा.प्र.से.) ने कहा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी आंगनबाड़ी सेविकाएं,स्वच्छता ग्राही, सहियाएं को कहा कि असली मायने में आपका इस सर्वे कार्य में जो योगदान होगा वो यथार्थ के करीब होगा। आप सभी अपने अपने गांव एवं क्षेत्र के बारे में भलीभांति परिचित हैं। इस सर्वे को एक सरकारी दायित्व ना समझते हुए बल्कि इसे सामाजिक दायित्व समझें एवं पूरी लगन एवं निष्ठा के साथ सर्वे का कार्य संपन्न करें। चूंकि सर्वे के दौरान जो निकल कर आएगा उसी आधार पर जिला स्तर पर आगे का प्लान तैयार किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि हमने व्यवहारिक रूप से देखा व पाया है कि आज भी गांव में बहुत सारे लोग जिनके यहां शौचालय बना हुआ है लेकिन उसका उपयोग ना करके उसमे जलावन आदि रखते हैं। जागरूकता की कमी के वजह आज भी कुछ ग्रामीण लोग शौचालय रहते हुए खुले में शौच करते हैं। सर्वे के दौरान आप सभी का दायित्व होगा कि आप उन लोगों को जागरूक करेंगे। उन्हें शौचालय के प्रयोग हेतु प्रेरित करेंगे। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित सभी को तत्पर होकर कार्य करने को कहा। मुखिया, प्रधान, शिक्षक बुद्धिजीवी आदि के सहयोग से ओडीएफ प्लस के कार्य को आगे बढ़ाना है। ठोस एवं गीला कचड़ा प्रबंधन को लेकर उपायुक्त ने कहा कि सॉलिड वास्ट मैनेजमेंट का कार्य अन्य राज्यों में बेहतर तरीके से हो रहा है वहीं झारखंड में देवघर, गिरिडीह जिले में इसकी तैयारी चल रही है। उन्होने कहा कि आपने देखा होगा कि पहले शहरों में गंदगी का अंबार लगा होता था लेकिन अब कचड़ा प्रबंधन की तकनीक से उसको रिसाइकिल कर उसका उपयोग किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि इसके लिए प्रत्येक गांव में 200 लोगों पर 1 टीम तथा 200 से ज्यदा पर 2 टीम रहेगा जो कि इस कार्य को करेंगे। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षणार्थी को बताया कि सर्वे के दौरान विशेषकर परिवार की महिलाओं को जागरूक करें । उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने हेतु निर्देश दिया साथ ही कहा कि सभी सीडीपीओ के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को संपन्न करेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को ओडीएफ प्लस बेसलाइन एसेसमेंट के दौरान जिले में की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि 25 जून 2020 से 31 अगस्त 2020 तक ओडीएफ प्लस बेस लाइन एसेसमेंट किया जाएगा। इस दौरान जिला स्तर पर एक रिसोर्स पूल का गठन किया जाना है। जिला द्वारा गठित इस रिसोर्स पूल में जिला के पदाधिकारी, समन्वयक प्रखंड के पदाधिकारी, समन्वयक के साथ साथ ग्राम स्तर पर कार्य करने वाले स्वच्छा ग्राही, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया आदि को रखा जाएगा।
गठित टीम द्वारा प्रत्येक जिले की मैपिंग करते हुए मैप्ड ग्राम हेतु एक फील्ड टीम का गठन किया जाएगा।
फील्ड टीम के द्वारा जिला किए जाने वाले कार्य आदि को बताया और कहा कि आप सभी लोग ईमानदारी पूर्वक कार्य को करके इस सर्वे को पूर्ण करेंगे।
इस कार्यशाला में कार्यपालक अभियंता द्वारा विस्तृत रूप से कार्यशाला के दौरान सभी जानकारियां दी कि किस तरह से कार्य करना है, किस तरह से मैपिंग करना है, मोबाइल एप्प का संचालन कैसे करना है आदि जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला में मोबाइल एप्प के बारे में जिला समन्वयक श्री अनुज कुमार ने तकनीकी रूप से जानकारी दी,जिसके तहत मुख्य रूप से ग्राम स्तर पर प्रत्येक घर का ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के अलावे अन्य कचरों का डेटाबेस तैयार करना है साथ ही साथ ग्राम स्तर में सामुदायिक स्वच्छता परिसर के पैमाने का भी डाटा मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वे का कार्य किया जाना है। जिला स्तर पर उक्त डाटा का 2% गांव का पुनः जांच किया जाएगा जिससे कि जिला स्तर पर डेटा का वैलिडेशन सुनिश्चित किया जा सके।
इस मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप, प्रखंड विकास पदाधिकारी,करमाटान्ड श्रीमती पल्लवी सिन्हा, नारायणपुर श्री महेश्वरी प्रसाद यादव, फतेहपुर श्री मुकेश कुमार बाउरी, कुंडहित श्री गिरवर मींज, नाला श्री सुनील कुमार प्रजापति,सभी सीडीपीओ सहित सभी प्रशिक्षणार्थी, संबंधित पदाधिकारी, कर्मी एवं अन्य मौजूद थे।