दिल्ली. केंद्र सरकार ने अपने एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में 4 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की है. इस बढ़ोत्तरी के बाद केंद्रीय कर्मचारियों एवं पेंशनर्स का डीए और डीआर 38 प्रतिशत से बढ़कर 42 प्रतिशत हो गया है. महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में आज की गई वृद्धि 1 जनवरी 2023 से प्रभावी होगी. इससे सरकार पर हर साल 12,815 करोड़ रूपए का वित्तीय भार पडेगा.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के डीए एवं डीआर में साल में दो बार जनवरी और जुलाई में बदलाव होता है. महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है, जबकि महंगाई राहत पेंशनर्स के लिए है. आज घोषित बढ़ोतरी 1 जनवरी 2023 से प्रभावी होगी. इससे पहले केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा था. जो बढ़कर 42 प्रतिशत कर दिया गया है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के डीए एवं डीआर में साल में दो बार जनवरी और जुलाई में बदलाव होता है. इसके साथ ही केंद्र सरकार ने उज्जवला सिलेंडर की लाभार्थी गृहणियों को राहत दते हुए सिलेंडर पर सब्सिडी एक साल के लिए और बढ़ा दी है. देश के 9.60 करोड लाभार्थी को एक साल के लिए 200 रुपये प्रति सिलेंडर का लाभ मिलेगा.
गौरतलब है कि हाल ही में, केंद्र ने 18 महीने के डीए बकाया पर एक स्पष्टीकरण जारी किया और कहा था कि कर्मचारियों के 18 महीने के महंगाई भत्ते के बकाया को जारी नहीं किया जाएगा. इसे कोविड महामारी के दौरान रोक दिया गया था. केंद्र ने 2020 में कोरोना महामारी को देखते हुए महंगाई भत्ता और महंगाई राहत की तीन किस्तों को रोक दिया था. इस समय से, केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनभोगी लंबित बकाया पर अपडेट का इंतजार कर रहे थे. इस रोक से केंद्रीय कर्मचारियों को 34 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई थी.