एमजीएम अस्पताल में लावारिस वार्ड का छज्जा गिरने से 4 मरीज दबे , रेस्क्यू अभियान जारी, पहुंचे विधायक और अधिकारी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर । शनिवार को साकची स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमजीएम) के मेडिसिन वार्ड का छज्जा टूटकर गिर गया. इस हादसे में एक महिला समेत तीन अन्य मरीज मलबे में दब गए. इनमें एक लावारिस मरीज भी शामिल था. दुर्घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया और सभी जख्मी मरीजों को मलबे से बाहर निकाला गया और इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया .
मरीजों की हालत गंभीर, रेस्क्यू जारी
घटना की जानकारी मिलने के बाद धालभूम एसडीओ शताब्दी मजूमदार, अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके मंधान, उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी , सिविल डिफेंस के अधिकारी सुरेश प्रसाद, डालसा टीम से नागेन्द्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे. वार्ड से तत्काल बाकी मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया. मौके पर पहुंचे पुलिस और फायर बिग्रेड तथा सिविल डिफेंस की टीम ने रेस्क्यू अभियान में सहयोग दिया. जानकारी के अनुसार, रेस्क्यू कार्य जारी है और आशंका जताई जा रही है कि मलबे में और मरीज भी दबे हो सकते हैं. घटना की सूचना मिलते ही विधायक सरयू राय और विधायक पूर्णिमा दास घटनास्थल पर पहुंचे. सरयू राय ने इसे ‘लापरवाही‘ का परिणाम बताया और कहा कि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को सख्त कदम उठाने की जरूरत है. वहीं विधायक पूर्णिमा दास ने भी इस हादसे को ‘घोर लापरवाही‘ करार देते हुए कहा कि हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल का दौरा किया था, लेकिन जर्जर भवनों की स्थिति पर ध्यान नहीं दिया गया.
मौसम की बदली स्थिति और बारिश ने राहत और बचाव कार्य में भारी बाधाएं उत्पन्न की. लेकिन इसके बावजूद, प्रशासन पूरी तन्मयता से रेस्क्यू कार्य में जुटा रहा . इस हादसे के बाद एमजीएम अस्पताल के जर्जर भवनों और उनकी देखभाल पर सवाल उठने लगे हैं. स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के सामने अब यह चुनौती है कि ऐसे भवनों की मरम्मत और सुरक्षा उपायों को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.
अभी भी मलबे में मरीजों के फंसे होने की आशंका
जानकारी के मुताबिक, घटना के बाद मलबे में और भी मरीजों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. रेस्क्यू कार्य जारी रहने तक सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन अस्पताल प्रशासन और पुलिस के प्रयास लगातार जारी हैं. घटना की सूचना पाकर झामुमो नेता प्रमोद लाल एवं कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दुबे सहित अन्य लोग भी एमजीएम अस्पताल पहुंचे और वस्तु स्थिति से अवगत हुए ।
*संगठन सर्वोपरि!*
*दिन में एमजीएम अस्पताल का बड़ा हादसा होता है और मंत्री इरफान जी कांग्रेस पार्टी के संगठन मंथन सृजन कार्यक्रम के बाद लातेहार से देर रात पहुंचते हैं एमजीएम अस्पताल*
स्वास्थ्य मंत्री का ऐलान मृतकों को मिलेगा 5/5 लाख रुपया और घायलों को ₹50 हज़ार
देर रात कोल्हान के सबसे बड़े हॉस्पिटल में हुई हादसा को देखने पहुंचे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने घोषणा किया कि मृतकों को मिलेगा 5/5 लाख रुपया और घायलों को ₹50 हज़ार
सवाल उठता है अब तक जो शब मिले हैं वह दोनों लावारिस है घायलों के बारे में पता किया जा रहा है फिर मुआवजा किसे मिलेगा