बागडेहरी/जामताड़ा: इन दिनों कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के स्कूली बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होते दिखाई दे रहा है। बताते चलें अनेकों स्कूल में छात्रों के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में शिक्षक नहीं है।बताते चलें कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के कुछ ऐसे विद्यालय हैं जहां छात्रों की संख्या ज्यादा है।पर शिक्षकों की संख्या काफी कम है।वहीं कुछ विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम है तो शिक्षकों की संख्या ज्यादा है। जानकारी के मुताबिक 30-35 छात्रों में एक शिक्षक का होना जरूरी है। ऐसे में स्कूलों में शिक्षक की कमी रहने से स्कूली छात्र के भविष्य के साथ अन्याय हो रहा है, कहने से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताते चलें जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वैसे स्कूल में एक ही कमरा में कक्षा 1 से कक्षा पांचवी तक के बच्चों को एक साथ पढ़ाया जाने की बात सामने आ रही है। ऐसे में एक प्रकार से काफी सोचनीय विषय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। यही नहीं स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग की लापरवाही कहने से भी पीछे हटते नहीं दिखाई दिया ।लोगों का कहना है कि झारखंड में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गया है ।इससे लोगों में काफी आक्रोश देखी जा रही है ।लोगों ने छात्रों की हिसाब से विद्यालय में शिक्षक की मांग की है। ऐसे में एक प्रकार से स्थानीय लोगों के मुताबिक यह एक प्रकार का चुनावी मुद्दा भी बन सकता है।
इन स्कूलों में छात्रों के हिसाब से शिक्षक नहीं
मिली जानकारी के मुताबिक उत्क्रमित मध्य विद्यालय विजयपुर में छात्रों की संख्या 153, शिक्षक 2, मध्य विद्यालय पालाजोड़ी में छात्रों की संख्या 176, शिक्षकों की संख्या 2, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पांचकुड़ी में छात्रों की संख्या 84, शिक्षक 1, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रसूनपुर में छात्रों की संख्या 165, शिक्षक 1 उत्क्रमित उच्च विद्यालय पुतुलबोना में छात्रों की संख्या 222, शिक्षक 4, प्राथमिक विद्यालय भेलाडीह में छात्रों की संख्या 8 ,शिक्षक 2, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय धानभासका में छात्रों की संख्या 12, शिक्षक 2, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय मातलापाड़ा में छात्रों की संख्या 14 शिक्षक 2
गलत तरीके से पारा शिक्षकों का हुआ युक्तिकरण
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष दामोदर घोष,प्रखंड सचिव तापस राय ने कहा कि एक पारा टीचर का युक्तिकरण अपने ही पंचायत या नहीं तो बगल के पंचायत में होना चाहिए। पर कुंडहित प्रखंड में पारा शिक्षकों को 22 किलोमीटर लगभग दूरी पर युक्तिकरण कर दिया गया है। जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।वहीं आर्थिक तंगी का भी सबब बन रहा है। कहा कि अगस्त महीने से पारा शिक्षकों का मानदेय नहीं मिला। जिससे पारा शिक्षकों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। जल्द ही विभाग को युक्तिकरण में सुधार लाना चाहिए और मानदेय भुगतान करना चाहिए।