नई दिल्ली: भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत आज से रिटायर हो गए हैं. कार्यकाल के आखिरी दिन उन्होंने इंडिया गेट स्थित वॉर मेमोरियल पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. साउथ ब्लॉक में जनरल रावत को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया. CDS का कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने मीडिया से बात की. जनरल रावत ने कहा, मुझे नहीं पता था कि मैं चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस बनूंगा. अभी तक मैं आर्मी चीफ के तौर पर ही काम कर रहा था. अपने कार्यकाल में सेना का आधुनिकिकरण करना मेरा एक बड़ा कदम था. मुझे पूरी उम्मीद है कि मनोज मुकुंद नरावने देश की सेना को और आगे ले जाएंगे. बिपिन रावत ने कहा, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिर्फ एक पद है. ये ओहदा तभी बढ़ता है जब वह चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनता है, सभी जवानों के साथ आने से ही सफलता मिलती है.जनरल बिपिन रावत बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पदभार संभालेंगे. CDS के तौर पर जनरल बिपिन रावत थलसेना, वायुसेना और नौसेना के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय व पीएम के नेतृत्व वाले न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी के सलाहकार के तौर पर भूमिका निभाएंगे.
सरकार द्वारा नियमों में संशोधन करके रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष करने के बाद जनरल रावत तीन साल के लिए सीडीएस के तौर सेवाएं दे सकेंगे. सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने पिछले मंगलवार को सीडीएस का पद बनाए जाने को मंजूरी दी थी, जो तीनों सेनाओं से जुड़े सभी मामलों में रक्षा मंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार के तौर पर काम करेगा.