झारंखड में कोरान जांच की क्षमता कम थी. पर फिलहाल चार लैब में 2500 सैंपल की जांच हो रही है. इन चारों लैब में अतिरिक्त पीसीआर मशीन और एक्सट्रैक्टर्स लगाये गये हैं. नाको द्वारा रिम्स में एक ऑटोमेटिक पीसीआर मशीन दी जा रही है. जो अभी प्रक्रिया में हैं इसके अलावा पलामू दुमका और हजारीबाग में नये लैब स्थापित हो रहे हैं.
केंद्र सरकार ने झारखंड में जांच की क्षमता को बढ़ाने का सुझाव दिया है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि सभी जिलों में वॉयरोलॉजी लैब पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट निकाला गया है. लैब संचालन के लिए अस्थायी तौर पर माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट की नियुक्ति पर भी विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही जून मध्य तक प्रतिदिन 4000 कोरोना टेस्ट करने की तैयार की जा रही है.