*मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों से गरीबों के लिए बन रहे आवास की समीक्षा की।*
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*जिनके पास छत नहीं उन्हें हर हाल में घर मिले*
*संवेदनशील हो स्वयं गरीबों तक पहुंचे*
*–रघुवर दास, मुख्यमंत्री*
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*सूचना भवन रांची*
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने जनसंवाद की सीधी बात के तुरंत बाद झारखंड मंत्रालय पहुंचकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों से तुरत दूसरी बार बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गरीब और बेघर लोगों को हर हाल मे आवास मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्पित होकर काम कर रही है। यही कारण है कि सभी जिले के उपायुक्तों को छूटे हुए गरीबों को अपने विवेक से 250-250 आवास आवंटित करने के लिए अम्बेडकर आवास योजना के तहत् अधिकार दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि ऐसे मामले अधिक आते हैं तो जिन जिलों को डीएमएफटी फंड है या आकांक्षी जिलों की राशि है, उससे भी बेघर लोगों को आवास दिये जायें। इसमें विधवा महिलाओं, अति पिछड़ों, आदिम जनजाति समुदाय के लोगों को प्राथमिकता दें। जहां जरूरत है, वहां कैंप लगाकर लोगों को शामिल करें। किसी भी कीमत में कोई बेघर इससे वंचित न रहे, इसे सभी उपायुक्त सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश उन्होंने आज झारखंड मंत्रालय में सभी जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर में शौचायल भी हो, इसे भी सुनिश्चित करें। 28 अक्टूबर तक इनकी मंजूरी की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित कर दें। प्रधानमंत्री आवास योजना, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर योजना, बिरसा आवास योजना और वेद व्यास योजना के तहत घर आवंटित करने हैं। लाभुकों पहली किस्त भी छठ से पहले मिल जाये, इसे सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काम में तेजी लाने के लिए सखी मंडल, रानी मिस्त्री आदि का सहयोग लें। जिन जिलों में डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड की राशि है, उसके बोर्ड से पास कराकर आवास योजनाओं में खर्च करें। इसी प्रकार आकांक्षी जिलों को मिली राशि का भी इनमें उपयोग करें। किसी भी हालत में 250 के लक्ष्य को बचायें नहीं, अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए जरूरतमंद का चयन करें और घर आवंटन करें। ज्यादा संख्या हो, तो डीएमएफटी या आकांक्षी जिले की राशि के पैसा ले। जिन जिलों में ये दोनों नहीं है, वे विभाग को सूचित कर दें, उन्हें भी राशि का आवंटन मिल जायेगा। वर्ष 2011 की जनगणना में छूटे हुए गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाना है। ये ऐसे गरीब हैं, तो उपायुक्त कार्यालय पहुंच नहीं सकते हैं। अधिकारी उनके पास जायें, उन्हें आवास आवंटित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमडेगा जैसे जिलों में जहाँ काफी गरीबी है। वहां पिछड़े ब्लॉक में अधिकारियों को भेजकर गरीबों को योजना का लाभ दिलायें। गोड्डा में सुंदर पहाड़ी में कैंप लगाकर आवास आवंटित करने का निर्देश दिया। पाकुड़ में पहाड़िया समुदाय के लिए अलग से कैंप लगाने को कहा। साहेबगंज के पतना और बरहेट में भी कैंप लगाकर हर गरीब को आवास आवंटन करने का निर्देश दिया। जामताड़ा के कुंडहित व करमाटांड में चौपाल लगाकर आवास आवंटित करें।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में स्ट्रीट लाइट के लिए भी नोडल अधिकारी के साथ बैठकर कर काम ने तेजी लाने का निर्देश दिया। जिन गांवों में टंकी लगायी जा चुकी है, वहां पाइपलाइन बिछाने के काम की शुरुआत करें, ताकि आनेवाले समय में घर-घर पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने दीपावली व छठ के मद्देनजर स्वच्छता और साफ-सफाई पर भी फोकस करने का निर्देश दिया।
इस दौरान मुख्य सचिव श्री डीके तिवारी, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार बर्णवाल भी उपस्थित थे।