आरिफ अंसारी
शुक्रवार को मध्य विद्यालय झुमका देवी करमाटांड़ में विश्व योग दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, एसएमसी के सदस्यों ने योगासन एवं प्राणायाम किया। योगासन के तहत ताड़ासन, योग मुद्रा आसन, त्रिकोणासन, चक्रासन इत्यादि किया गया। प्राणायाम के तहत अनुलोम विलोम, कपालभाति एवं भ्रामरी प्राणायाम किया गया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक श्याम लाल महतो ने बताया कि योग, तन और मन से जुड़े तमाम तरह के रोग और विकारों को दूर करता है। यह तन, मन और मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। मनुष्य के जीवन को आसान कर देता है।शिक्षक विद्या सागर ने बताया कि स्वस्थ जीवन जीने की कला को योग कहते हैं। योग का अर्थ है जोड़ना। योग भारतीय ज्ञान की 5000 वर्ष पुरानी शैली है जिसकी उत्पत्ति भारत में ही हुई थी। योग शरीर के अंग ही नहीं बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन करता है। यह शरीर आत्मा तथा प्राण की शुद्धि करता है। अपने शरीर और मन को शांत करने के लिए योग प्रभाव कारी है। मौके पर शिक्षक दिनेश कुमार राणा, विद्यासागर चांदनी कुमारी, राणा चटर्जी, त्रिपुरारी साह, पंकज साह, रूमा दासगुप्ता, अशोक साव, एसएमसी अध्यक्ष अजीत मंडल, उपमुखिया मनोज मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे।