पिंकल कुमार की रिपोर्ट
बेगूसराय, शनिवार को भी हीट वेब के कारण गर्मी से कोहराम मचा रहा। सड़कों पर दोपहर में लोग नहीं दिखे, अस्पताल में गर्मी के कारण बीमार पड़ने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
इसके मद्देनजर बच्चों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है।जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार बढ़ती गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव के मद्देनजर जिला के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों (प्री-स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र सहित) में कक्षा 12वीं तक सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधि तत्काल प्रभाव से 24 जून तक स्थगित कर दिया गया है।सभी निजी विद्यालय एवं सरकारी विद्यालय प्रबंधन एवं प्रधानाध्यापक को शैक्षणिक गतिविधियों को स्थगित रखने का आदेश दिया गया है। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को भी बेगूसराय का तापमान 43 डिग्री से अधिक रहा। केंद्रीय विद्यालय एवं डीएवी सहित अन्य निजी विद्यालय में ग्रीष्मावकाश के बाद कक्षा संचालन होना था। इसको लेकर अभिभावक परेशान थे, लेकिन अब बड़ी राहत मिली है।अनदेखी:भीषण गर्मी में नंगे पांव आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे घर लौटने को मजबूर हैं।
तपती धूप में नंगे पैर घर लौटने को मजबूर है आंगनबाड़ी केंद्र के नौनिहाल।
सरकारी विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी घोषित होने के बाद भी अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए सरकार की ओर से कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है। नतीजतन तन को झुलसाने वाली भीषण गर्मी के बीच नौनिहाल आंगनबाड़ी केंद्रों में आने को विवश है। शायद सरकार की नजर में इन बच्चो पर गर्मी का असर नहीं पड़ता है।
गर्मी के बीच आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चे बीमार पड़ रहे है। सबसे आश्चर्य बात है यह है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चाें में अधिकांश नंगे पैर ही केंद्र आते है और इसी तरह वापस जाते है। गर्मी के कारण तपती सड़कों पर नंगे पैर चलते बच्चे भी खूद को असहज महसूस करते है। बावजूद इसके उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र में आना पड़ता है।
मालूम हो कि जिले के सभी सरकारी गैर सरकारी विद्यालय 20 मई से गर्मी की छुट्टी दी जा चुकी है, लेकिन आंगनवाड़ी केंद्र अभी भी खुला हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि विभाग को चाहिए कि वह आंगनबाड़ी केंद्र को बंद कर दे। कुछ लोगों को इस भीषण गर्मी में अपने बच्चे को भेजना भी बंद कर दिया है।
छोटे-छोटे ननिहाल इस भीषण गर्मी में भी आंगनवाड़ी केंद्र खुला रहने की वजह से आंगनवाड़ी केंद्र पर सुबह पढ़ाई करने के लिए जाते हैं जो कि दोपहर 11 बजे कड़ी धूप में अपने अपने घर वापस लौट कर आते हैं। इस कड़ाके की गर्मी में बच्चे आने जाने में काफी परेशान हो जाते हैं। ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र को बंद करने की मांग की है।