निजाम खान
बागडेहरी/जामताड़ा: पढ़ाई के साथ-साथ खेल का भी होना जीवन में काफी महत्व रखता है।खेल से स्वास्थ का विकास होता है।इससे स्वास्थ ठीक रहता है।अनेकों बिमारी से भी निजात मिलती है।ऐसे में खासकर स्कूली बच्चों के लिये पढ़ाई के साथ-साथ खेल बहुत जरूरी माना जाता है।वही दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालय नवडीहा के बच्चों को स्कूल परिसर में खेलना मौत को निमंत्रण देने के बराबर समझा रहा है।बताते चले स्कूल परिसर में झाड़ी उग जाने से बच्चे खेल नहीं पाते है।इससे स्वच्छता पर भी सवालीया निशान लग रहा है।स्वच्छ पर भी प्रभाव पड़ रहा है।बता दे विद्यालय परिसर में अधूरा बिल्डींग है।जिसकी ऊंचाई लगभग 3 फूट है।जिसमें झाड़ी उग आता है।जिससे स्कूली बच्चों में साप व विशैला विच्छु का भय रहता है।वही बच्चे खेलने से दौड़ने के क्रम में अधूरा बिल्डींग से टकराकर घायल हो जाते है।जिससे स्कूली बच्चे खेलने से डरते है।गौरतलब है कि इससे स्कूली बच्चों के स्वास्थ पर प्रभाव पड़ रहा है।जो विभागीय लापरवाही को दर्शाता है।ग्रामीणों ने कहा कि विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है।कहा लगभग 30-32 साल से स्कूल का हालत ऐसे ही है।विभाग का ध्यान नहीं है।कहा समय रहते विभाग ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में अप्रिय दूर्घटना घट सकती है।जिसका जिम्मेवार विभाग होंगे।
क्या कहते है अध्यक्ष:
लगभग 30-32 साल पहले वन विभाग से स्कूल परिसर में बिल्डींग का निर्माण किया जा रहा था।संवेदक अधूरा बिल्डींग को छोड़ दिया।पूर्व बीईईओ नरेश दास से इस संबंध में मौखीक रूप से हटाने की मांग की गयी थी।पर आदेश नहीं मिला।विभागीय आदेश नहीं मिलने के कारण अधूरा बिल्डींग को नही तोड़ पा रहे है।विभागीय आदेश मिलते ही तोड़ दिया जायेगा।
जाकीर खान,अध्यक्ष,प्रावि नवडीहा।
क्या कहते है शिक्षक:
विद्यालय के प्रभारी मनोज दास,शिक्षीका रिजवाना खानम ने कहा कि झाड़ी को हर 15-20 दिनों में साफ किया जाता है।फिर उग जाता है।
फोटो 1 विद्यालय परिसर में झाड़ी।
फोटो 2 विद्यालय परिसर के झाड़ी की सफाई।