शिक्षक नहीं आने पर विद्यालय प्रांगण में खेलते स्कूली बच्चे।
निजाम खान
जामताड़ा: इन दिनों कुंडहित प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय करंगापाड़ा के बच्चों के भविष्य के साथ बड़े पैमाने पर खिलवाड़ हो रहा है।बताते चलें स्कूल के प्रभारी दिलीप कुमार घोष आज तक रेगुलर स्कूल नहीं आते हैं। महीना में मात्र 2 से 3 दिन स्कूल आकर अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं।जानकारी के मुताबिक स्कूल में मात्र सिर्फ एक ही शिक्षक दिलीप कुमार घोष ही पदस्थापित है। ऐसे में दिलीप कुमार घोष के स्कूल नहीं आने से स्कूल में पूरी तरह से पठन-पाठन बाधित रहती है।वही उत्क्रमित मध्य विद्यालय खुदमल्लिका के प्रभारी श्रावणी पाल भी स्कूल नहीं आती है।महीना में मात्र 2 से 3 दिन आती है। बताते चलें दिलीप कुमार घोष और श्रावणी पाल का पति पत्नी का संबंध है। दोनों सरकारी शिक्षक है। महीना में लाखों रूपया से ज्यादा तनख्वाह मिलता है ।इस प्रकार सरकार की राशि का दुरुपयोग कहने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक दोनों अपने अपने विद्यालय पर लगभग 10 साल से पदस्थापित है।कुछ दिन पूर्व शिक्षकों के युक्तिकरण के दौरान दिलीप कुमार घोष का लगभग 6 महीना अंबा के विद्यालय पर युक्तिकरण हुआ था ।वही श्रावणी पाल का उच्च विद्यालय खजूरी में लगभग 6 महीना युक्तिकरण हुआ था। ग्रामीणों ने कहा कि दोनों पश्चिम बंगाल के सिउड़ी में रहते हैं। दोनों स्कूल नहीं आते हैं ।जिससे बच्चों के भविष्य पर कुप्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी होता है कि सरकार ने ज्ञान सेतु योजना चला रखी है, जो बच्चों के लिए काफी महत्वपूर्ण योजना है।ऐसे में शिक्षक के नहीं आने से करंगापाड़ा में तो बिल्कुल ज्ञानसेतु ठप है। वही खुदमल्लिका में ज्ञान सेतु चलाने में काफी दिक्कतें होती है। ग्रामीणों ने कहा कि मामले की जानकारी बहुत बार पदाधिकारियों को अवगत कराया गया है। पर आज तक कोई कार्रवाही नहीं हुई है। सिर्फ आश्वासन ही मिला है। ऐसे में ग्रामीणों में शिक्षा विभाग के प्रति काफी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने कहां कि अब सारे रास्ते खत्म हो गए हैं। एकमात्र उपायुक्त महोदय जी है जो समस्या का समाधान कर सकते हैं। इस प्रकार लोगों ने जिले के उपायुक्त गणेश कुमार से दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की उम्मीद जताई है ।ग्रामीणों ने उपायुक्त से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
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क्या कहते हैं स्कूल के छात्र
प्राथमिक विद्यालय करंगापाड़ा के छात्र पायल हेंब्रम, सुमित्रा घोष ,अविनाश हांसदा, कृष्णा मुर्मू ,मायना मुर्मू, लोकेश्वर किस्कू, प्रियंका हेंब्रम, पूर्णिमा हांसदा ,और उत्क्रमित मध्य विद्यालय खुदमल्लिका के छात्र सीमा रवानी, दयामय रवानी, सुंदरी मुर्मू ,वर्षा बावरी आदि ने कहा स्कूल के प्रभारी महीना में मात्र 2-3 दिन स्कूल आते हैं। करंगापाड़ा के छात्रों ने कहा स्कूल में शिक्षक नहीं आने से छात्र रोज स्कूल आकर विद्यालय प्रांगण में खेल कर घर बैरंग वापस लौट जाते हैं।