बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी, विद्वान राजनेता भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन की सूचना से मर्माहत हूँ:रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री
बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी, विद्वान राजनेता भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन की सूचना से मर्माहत हूँ। उनका जाना एक युग की समाप्ति है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। साथ ही उनके परिजनों और शुभचिंतकों को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करे। मेरे प्रति उनका स्नेह अविस्मरणीय है। रविंद्र भवन का शिलान्यास करने वे रांची आए थे, तब मुझे उनका सानिध्य प्राप्त हुआ। उनके साथ बिताए हुए पल मुझे सदैव याद रहेंगे। वह हमेशा कहते थे की सत्ता मिलने पर गरीब और जरूरतमंद की सेवा ही उसका एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए। उनका यूं चले जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, लेकिन उनकी सीख हमेशा मेरे साथ रहेगी।
● महामहिम पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वाहन बहुत ही सराहनीय एवं ईमानदारी के साथ किया। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं इस दुःख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार को भी धैर्य धारण करने का साहस दें। ओम शांति।
: कुणाल षाड़ंगी, पूर्व विधायक सह प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा।
● पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणव मुखर्जी जी का निधन अपूर्णीय क्षति है। जीवन के हर पड़ाव और हर भूमिका में उन्होंने राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के हर वर्ग की सेवा करने के साथ ही आर्थिक क्षेत्र में भी अहम योगदान दिया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
: दिनेश कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष, भाजपा।
● भारतीय राजनीति में संघर्ष और अंतिम पंक्ति से प्रथम पंक्ति तक पहुँचने का अनुभव प्रणव मुखर्जी जी के जीवन से सीखा जा सकता है। वे अनुभवी, कुशल और दूरदर्शी राजनीतिज्ञ के अलावा विद्वान, संवेदनशील एवं जनप्रिय नेता थे। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। उनको विनम्र श्रद्धांजलि।
: अंकित आनंद, पूर्व जिला प्रवक्ता, भाजपा
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कोलाहन प्रमंडल के प्रवक्ता राकेश तिवारी ने आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हो कहा कि राष्ट्र ने एक महान नेता विचारक खो दिया है उनके निधन से कांग्रेस जन काफी मरमाहत है इस दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें