नौ दिवसीय विकास यात्रा पर चल रहे कृषि मंत्री रणधीर सिंह
रा.सं चितरा (देवघर) : इन दिनों सूबे के कृषि मंत्री रणधीर सिंह सारठ विधानसभा क्षेत्र में नौ दिवसीय विकास यात्रा पर हैं। इसकी शुरुआत 17 अक्टूबर से हुई है। इसका समापन 25 अक्टूबर को होगी। इस दौरान 506 करोड़ की लागत से 1706 योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन व परिसंपत्तियों का कार्यक्रम है।
आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते कृषि मंत्री रणधीर सिंह
उल्लेखनीय है कि कृषि मंत्री रणधीर सिंह देवघर जिले के सारठ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने विकास की योजनाओं की लंबी रूपरेखा तैयार किया। उसे अमलीजामा पहनाने के लिए शिलान्याश, उद्घाटन और परिसंपत्ति वितरण करने का अभियान चलाया है। भूमि संरक्षण विभाग, जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट, राज्य संपोषित योजना, विधायक निधि समेत अन्य विभाग के कोष से मंत्री सिंह ने तालाब जीर्णोद्धार, परकोलेशन टैंक निर्माण, पीसीसी सड़क, ग्रामीण अभियंत्रण संगठन की सड़क, धार्मिक स्थलों का घेरा बंदी व कमरा निर्माण, पथ निर्माण विभाग की सड़क आदि योजनाओं का रविवार तक शिलान्यास किया। युवाओं में श्रम कुशल को बढ़ावा देने के लिए पालोजोरी प्रखंड के खागा बाजार में बीते वर्ष उन्होंने आईटीआई कॉलेज की आधारशिला रखी। विकास यात्रा के दौरान ही उन्होंने इस नवनिर्मित कॉलेज का उद्घाटन किया। उन्होंने करोड़ों की लागत से नवनिर्मित मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट, शीत भंडार गृह का भी उद्घाटन किया। सोमवार को पालोजोरी में आदिवासी सम्मेलन को संबोधित किया। यहां उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव संपन्न होने के पूर्व ही जीत का सेहरा लोगों ने पहना दिया। आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासी ओहदेदारों सम्मानित किया। इतना ही नहीं। सम्मान की राशि भी बढ़ाया। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने व किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए सारठ में दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट और शीत भंडार गृह का उद्घाटन किया। उधर खागा में आयोजित सभा में कहा कि पढ़ लिख कर युवक नौकरी की तलाश में इधर-उधर भटकते थे। अब आईटीआई कॉलेज में शिक्षा ग्रहण कर वे हुनरमंद बनेंगे। नौकरी के लिए उन्हें इधर उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अपना नियोजन खुद कर लेंगे। यहीं एक अन्य सभा में महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के बीच उन्होंने बकरा बकरी वितरण करते हुए कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ठोस कदम उठाया गया। आर्थिक रूप से इन्हें आजादी प्रदान करने के लिए बकरी पालन, गो पालन, बत्तख पालन, मुर्गी पालन आदि की सुविधा मुहैया की गई है। अपने क्षेत्र के लगभग 21 हजार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम किया गया। 62 हजार महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर आदि उपलब्ध किया गया। अपने कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि बेशुमार योजनाओं को सारठ की धरती पर लाया। इस मामले में दशकों का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया।