थोड़ा कम खाइए पर अपने बच्चों को शिक्षीत बनायिये:मौलाना बलयावी
जामताड़ा: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन की और से सारठ विधानसभा क्षेत्र के कर्माटांड़ प्रखंड के नवाडीह गांव में हर्ष उल्लास के साथ शहीद-ए-आजम कान्फ्रेंस मनाया गया।
मौके पर मजलिस के वरिष्ठ नेता सह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुमताज अंसारी वरिष्ठ अतिथि के रुप में उपस्थित हुए। कान्फ्रेंस का संचालन मौलाना सद्दाम जामी ने किया।कुरान पाक की तिलावत और नाते रसूल से कान्फ्रेंस शुरू किया गया।
शहीद-ए-आजम कान्फ्रेंस में मुल्क के मशहूर खतीब अलीम ए दिन गाजी ए मिल्लत शहंशाह ए खिताबत हजरत अल्लामा व मौलाना गुलाम रसूल बलियावी साहब राष्ट्रीय अध्यक्ष कौमी इतैहाद मोर्चा सह (पूर्व राज्यसभा सांसद )व वर्तमान विधान परिषद सदस्य बिहार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए उन्होंने इमामे हुसैन के पाक़ीज़ा जिंदगी को बतलाते हुए कहा खानदान के 72 औलाद शरीयत ए मुस्तफा की हिफाजत के लिए अल्लाह के रास्ते में शहीद हो गए अपनी जान देकर इस्लाम की आबरू को बचा लिया ।इमाम ए हुसैन की कुर्बानी को कयामत तक भुलाया नहीं जा सकता जिस तरह यजीदीयौं ने खानदान ए मुस्तफा पर जुल्मों सितम के पहाड़ तोड़े मैं बयान करूं तो आप रोए बगैर चुप नहीं रह सकते। सारे बच्चे प्यास के वजह से बिलक रहे थे। भूख की वजह से तड़प रहे थे ।जालिमों ने पानी भी नहीं दिया ।दरिया ए फरात पर पहरा लगा दिया ।खाना भी नहीं दिया। 3 दिन तक भूखे प्यासे रहकर यजिदीयौं से मुकाबला करना अपने नाना जान की शरीयत की हिफाजत करना था ।ईमान को बचाना था ।दुनिया को पैगाम देना था ।
इमामे हुसैन इंसानों के दिलों में आज भी जिंदा है। कयामत तक जिंदा रहेंगे। यजीद मर चुका है उसकी सल्तनतें खत्म हो गई है ।दुनिया कयामत तक उस पर लानत करती रहेगी मैं आज शहीद ए आजम कॉफ्रेंस के जलसे से आपको यह पैगाम देना चाहता हूं के अपने बच्चों को जरूर दीनी तालीम दें उन्हें कुरान पढ़ाएं ।अगर आपने बच्चों को नहीं पढ़ाया तो याद रखें कयामत के दिन आपका खैर नहीं खुदा की तरफ से जबरदस्त पकड़ होगा ।आज मुल्क को जरूरत है सच्चे आईपीएस कि ।जो वर्तमान समय में सबके साथ न्याय से पेश आ सके ।आपका बच्चा लॉयर बनेगा बैरिस्टर बनेगा तभी आप को इंसाफ मिल सकेगा नहीं तो आपके सामने उदाहरण है मिनहाज अंसारी और तबरैज अंसारी के परिवार इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है उन्हें इंसाफ दिलाने वाला कितने मैदान में है आप देख सकते हैं। उन्हें इंसाफ दिलाने के बहाने अन्य राज्य के नेता इस्तेमाल कर रहे हैं अगर नहीं पढ़ाओगे तो इसी तरह नेता लोग आपका इस्तेमाल करता रहेगा और अपनी रोटी सेकने में कामयाब हो जाएगा। अभी समय है बच्चों को पढ़ाइए उन्हें आई पी एस ,आई ए एस, आई आर एस बनाइए और थोड़ा कम खर्च कीजिए कम खायऐ घर मकान बाद में बनाएगा, मजदूरी कर लीजिए और अपने बच्चों को शिक्षित बनाइए वहीं मौजूद मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता मोलाना सद्दाम हुसैन ने कहा कुरान शरीफ जब नाजिल हुआ तो सब से पहला हूकम रसूल ए अकरम को पढने को मिला कुरान इंसानियत की किताब है और इसका पहला आयत ही तालीम की तरफ तवज्जो दिलाती है ।आइए हम सब संकल्प लें जहालत पासमांदगी और पिछड़ापन को दूर करने के लिए अपने बच्चों को जरूर तालीम दें शिक्षा के जरिए से हम अपने समस्या को समाधान कर सकते हैं। समाज को शक्तिशाली बना सकते हैं। सभी समुदाय एवं वर्ग को जोड़कर एक बना सकते हैं ।
मौके पर मौलाना अब्दुल रकीब रहमानी जिला अध्यक्ष कौमी इतैहाद मोर्चा ने भी तकरीर किए और नए नस्ल के नौजवानों को पैगाम दिया सच्चाई एवं इमानदारी का रास्ता तैयार करें ।अपने बच्चों के भविष्य को उज्जवल करने के लिए उन्हें जरूर शिक्षा दें ।तालीम के बगैर आदमी में इंसानियत नहीं होती है खुदा को नहीं पहचान सकता है ।इसलिए इन चीजों पर ध्यान जरूर दें।
झारखंड के मशहूर और मारूफ शायरों ने बेहतरीन अंदाज में नाते रसूल पेश किए और बारगाहे इमामे हुसैन में खिराज ए अकीदत पेश किए ।शायर ए इस्लाम मौलाना हबीबुल्लाह फैजी मधुपुरी मौलाना ,मुजाहिद हुसैन रजा जामताडा दीलबर शाही बागोदर
मौके पर मोर्चा के जिला अध्यक्ष अब्दुल रकीब रहमानी जिला महासचिव रफीक अंसारी, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के कार्यकारिणी सदस्य अख्तरुल इस्लाम ,डॉक्टर सिराजुद्दीन अंसारी, मजलिस के कर्माटांड़ प्रखंड के अध्यक्ष शमीम अंसारी, मजलिस के वरिष्ठ कार्यकर्ता कारी मसूद अंसारी, मजलिस पार्टी के सारठ विधानसभा सोशल मीडिया इंचार्ज सरफराज अंसारी के इलावा स्टेज में काफी ओलामा बुद्धिजीवी दानेश्वर और हजारों हजार की संख्या में लोगों ने शहीदे आजम कॉन्फ्रेंस में शिरकत किए।