ज्ञान सेतू का बच्चों में नहीं हो रहा है असर,दसवीं के छात्रों को नहीं आता है पहाड़ा
कुंडहित/जामताड़ा: आखिर कब सुधरेगी शिक्षा व्यावस्था।शिक्षा व्यावस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है।लोगों के मन यह अनायस उठ जाता है। आज भी देखा जाये तो दसवीं के बच्चों को पहाड़ा नहीं आता है।गौरतलब है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारी योजनाएं लागू की है।पर जमीनी स्तर ठीक से लाया नहीं जा रहा है।देखा जा रहा है छात्रों को न तो सामान्य ज्ञान का ज्ञान है और नहीं अंग्रेजी व हिन्दी का ठीक से ज्ञान है। गौरतलब है कि स्कूली बच्चों को बुद्धि के विकास के लिए विद्यालयों में ज्ञान सेतू चलाई जा रही है।ज्ञान सेतू अंतर्गत बच्चों को ग्रुप में बांटा जाता है।जिसमें पहले ग्रुप को निर्माण दिया जाता है।वही कक्षा 1व 2 के विद्यार्थियों में अच्छी जानकारी वाले छात्रों को प्रगति दिया जाता है तथा कमजोर छात्रों को लक्ष्य दिया जाता है।ताकी बच्चों में निखार आ सके, बुद्धि का विकास हो सके ,उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके।कुल मिलाकर देखा जाए तो इन सबका स्कूल बच्चों पर कुछ भी असर नहीं पड़ रहा है।गौरतलब है कि शिक्षकों की कमी भी है।ऐसा विद्यालय देखा गया जहां उच्च विद्यालय में कक्षा एक से दस तक की पढ़ाई होती है वहां मात्र 4 शिक्षक है। ऐसे में अगर सभी शिक्षक एक- एक कक्षा की बच्चों को पढ़ायें तो बाकी 6 कक्षा के बच्चों को ऐसे ही पढ़ाई से बाधित रहना पड़ेगा। इस समस्याओं को देखते हुए शिक्षकों ने एक ही कमरा में दो-तीन कक्षा के बच्चों को एक साथ पढ़ाते हैं ।
बता दे जामताड़ा जिले के कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय नगरी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेनीगंज छात्रों से पुछताछ किया गया। जिसमें नगरी स्कूल के कक्षा नौवी व दसवीं के छात्र 14 व 18 का पहाड़ा नहीं बता पाया।स्कूली बच्चों से पूछा कि भोजन का मुख्य स्रोत क्या है जिसमें स्कूली बच्चे नहीं बता पाए।वही 9 वीं व दसवीं के छात्रों को वावेल व कंसोनंट के बारे में जानकारी नही है। पूछा गया कि ऐसा कोई शब्द बताएं जिसमें वावेल का इस्तमाल न किया जाये,तो स्कूली बच्चे नहीं बता पाए। स्कूली बच्चों से पूछा झारखंड के राज्यपाल कौन है, कृषि मंत्री कौन है, समाज कल्याण मंत्री कौन है,खेल मंत्री कौन है जिसमें बच्चे नहीं बता पाएं।वही बेनीगंज के छात्रों ने अपने स्कूल का नाम तक नहीं लिख सके।बच्चे को ईकाई,दहाई का भी ज्ञान नहीं है।
कुंडहित में 349 शिक्षक है पदास्थापित:
कुंडहित ब्लॉक में कुल विद्यालय की संख्या 140 है।जिसमें प्राथमिक विद्यालय 31 ,उच्च विद्यालय पांच, यूएचएस 8,यूएमएस 41,एनपीएस 10 ,यूपीएस 37 है। 349 शिक्षक नियुक्त है ।इसमें सरकारी शिक्षक 99 और पारा शिक्षक 250 है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
सरकार की ओर से स्कूली बच्चों के प्रति सरकारी योजनाएं जो भी दी जाती है उसको लागू की जाती है ।बच्चों की बुद्धि के विकास के लिए ज्ञान सेतू चलाई जा रही है।अच्छी तरह से पठन पाठन के लिए शिक्षकों को निर्देश दिया गया है। फिर भी किसी विद्यालय में अगर कुछ कमी पाई जाती है तो उसको सुधारा जाएगा।
एस्थेर मुर्मू,बीईईओ,कुंडहित।