प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार की दोपहर को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे. प्रधानमंत्री का विमान बिश्केक पहुंचने के लिए लंबा रास्ता लिया. इस्लामाबाद से पीएम के विमान को उड़ने की इजाजत मिलने के बावजूद पाकिस्तानी वायुक्षेत्र को बाईपास करते हुए विमान ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों के रास्ते बिश्केक पहुंचा.केन्द्र सरकार का यह फैसला जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की तरफ से कराए गए हमले, जिनमें 40 सीआरपीएफ शहीद हुए थे, उसको लेकर इस्लामाबाद के साथ द्विपक्षीय संबंधों में तल्खी को जाहिर करता है.एससीओ सम्मेलन में जाने से एक दिन पहले पीएम मोदी ने एक बयान में कहा था कि सम्मेलन में एजेंडे के तौर पर वैश्विक सुरक्षा स्थिति और आर्थिक सहयोग का मुद्दा रहेगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि उनके मध्य एशियाई देश के दौरे से भारत और एससीओ सदस्य देशों के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की.