निजाम खान
*भीषण गर्मी में पक्षु-पक्षियों का ख्याल भी रखे:- उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.)*
*घर के बाहर मिट्टी के बर्तनों में रखे खाना और पानी:- उपायुक्त जामताड़ा*
उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार ने बताया की चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी से बचने के इंतजाम में तो हर कोई ही लगा है। लेकिन कुछ बेजुबानों को गर्मी से बचाने की फुर्सत किसी को नहीं है। सरकारी दफ्तरों से लेकर लोगों के घरों की बात की जाए तो ज्यादातर जगहों पर कहीं भी इस तरह पानी नहीं रखा जाता कि गर्मी से बेहाल पक्षु-पक्षी अपनी प्यास बुझा सकें। हालांकि अपने शहर में भी कुछ लोग हैं जिन्हें इन बेजुबानों की चिंता है।कुछ लोग ही अपने घरों और आसपास ऐसे इंतजाम कर के रखे हैं जिससे गर्मी में पानी के लिए भटकते इन मासूमों की प्यास बुझाई जा सके।
*उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार ने जिलेवासियों से अपील किया की छोटे कदम से बुझेगी बेजुबानों की प्यास*
उपायुक्त जामताड़ा ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी अपनी जरूरतों के बारे में तो खूब सोचते हैं लेकिन इन बेजुबानों की कोई सोचता तक नहीं।उपायुक्त जामताड़ा थोड़ी देर के बाद मार्मिक हो के कहते है कि गर्मी के दिनों में हम अपने छोटे से एफर्ट से पशु-पक्षियों के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। वे कहते हैं कि तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण शहर में जलस्त्रोत घट गए हैं। ऐसे में गर्मियों में लोगों के छोटे और सामान्य कदम से सैकड़ों पक्षु-पक्षियों की जान बच सकती है। इसके लिए सिर्फ एक कटोरी या बर्तन में पीने लायक पानी अपनी बालकनी, छत, बरामदा, खिड़की, गार्डन, उद्यान या सड़क के किनारे रखना है।उपायुक्त जामताड़ा कहते है कि मैं भी अपने घर के बाहर/छत में मिट्टी के बर्तन रखे हुए हैं। जिनमें मैं रोजाना सुबह ही पानी भर देता हूं,ताकि प्यास से भटकते पशु-पक्षियों को पीने का पानी नसीब हो जाए।
*हमारी भी है कुछ जिम्मेदारी*
उपायुक्त जामताड़ा कहते हैं कि गर्मी में इंसान तो अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी की व्यवस्था कर लेगा, लेकिन पशु-पक्षियों तो ऐसा कर नहीं सकते। ऐसे में ये हमारी जिम्मेदारी बनती है कि इन बेजुबानों का भी ख्याल करें।उपायुक्त जामताड़ा ने दोबारा सभी जिले वासियों से अपील करते हुए कहते है कि सभी अपने – अपने घर के बाहर मिट्टी के बर्तनों में अनाज और पानी का इंतजाम कर के रखे ताकि गर्मी में भटकते पक्षु-पक्षियों की मदद हो सके। वे कहते हैं कि हमारे इस छोटे से कदम से सैकड़ों पशु-पक्षियों की जान बच सकती है। इसके लिए सभी को आगे आने की जरूरत है।
*बजुबानों के बारे में भी सोचें*
उपायुक्त जामताड़ा आगे कहते है कि पक्षु-पक्षियों की मदद करना हम सबों का सामाजिक जिम्मेदारी बनती हैं।उपायुक्त जामताड़ा कहते हैं कि छत या घर के बाहर एक जल पात्र टांगकर रख देने से पक्षियों को इस गर्मी में पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा। इसके लिए कुछ खास करने की भी जरूरत नहीं है। सामान्य तौर पर यह हर कोई कर सकता है,लेकिन अधिकांश लोग इसकी जरूरत नहीं समझते। इससे सैकड़ों पक्षियों की जान चली जाती है।