घटना से आक्रोशित देश
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी,जबरदस्त आक्रोश
लुटेरा हैं अगर आजाद तो आसमान सबका है , लुटी है एक बेटी तो लुटा सामान सब का है । बनो इंसान पहले , छोड़ कर तुम बात मजहब की लड़ो मिलकर दरिंदों से यह हिंदुस्तान सबका है ।
अब तक भारत में कुल 35,000 से भी ज्यादा दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं । सवाल यह उठता है कि एक बार फिर हम उसकी राह पर आ खड़े हुए हैं जिस राह में निर्भया को लेकर उसकी सलामती और इंसाफ़ की बात कर रहे थे । देश अब तक सदमे से उबरा भी नहीं था कि आए दिन नए-नए दुष्कर्म के मामले सामने आते जा रहे हैं । एक तरफ हम कहते हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और दूसरी ही तरफ ऐसे मामले आए दिन सामने आते हैं । मात्र 1 सप्ताह में अलग-अलग जगहों पर दुष्कर्म को अंजाम दिया गया है । हैदराबाद में महिला डॉक्टर को रांची में एलएलबी की छात्र को और तमिलनाडु में एक छोटी सी बच्ची को ।
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी,जबरदस्त आक्रोश
कौन थी डॉ प्रियंका रेड्डी, जिनके साथ हुआ ये दर्दनाक हादसा
तेलंगाना की राजधानी के हैदराबाद में 27 साल की एक महिला के साथ रेप करने के बाद ज़िंदा जलाने की घटना सामने आई है। घटना हैदराबाद के आउट स्कर्ट्स में तब घटी, जब डॉ. प्रियंका रेड्डी उनकी स्कूटी पंक्चर हो गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गच्चीबाउली काम के लिए जाती थीं और अपनी स्कूटी को टोंडुपल्ली टोल प्लजा के पास पार्क करके आगे कैब से गई थीं, जब वो वापस लौटी तो उनकी स्कूटी पंक्चर थी।
उसके बाद प्रियंका ने स्कूटी को टोल प्लाजा पर खड़ी करके कैब से घर लौटने का फ़ैसला लिया। टोल प्लाजा पर दो लोगों ने प्रियंका को पंक्चर ठीक कराने का ऑफ़र दिया और वे स्कूटी ले गए, इसके बारे में प्रियंका ने अपनी बहन भाव्या को फ़ोन करके बताया। प्रियंका ने जो फोन किया था उसमें वो बता रही थीं कि उन्हें अकेले सड़क पर खड़ा होने में डर लग रहा है, अचानक से कुछ लोग दिख रहे हैं और ट्रक वैगरह लग गया है।
उसके बाद प्रियंका अपनी बहन को थोड़ी देर में फोन करने की बात कहती हैं, लेकिन इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ़ हो जाता है। फिर उनकी फॅमिली के लोग टोल प्लाजा के पास आकर प्रियंका को खोज थे हैं और फिर स्थानीय शमशाबाद पुलिस स्टेशन में प्रियंका के मिसिंग होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
28 नवंबर गुरुवार की सुबह शमशाबाद पुलिस स्टेशन से सटे शादनगर पुलिस इलाके में एक अंडर कंस्ट्रक्शन पुल के नीचे एक अधजली लाश मिलने की सूचना मिली।
जिसके बाद प्रियंका के घर वालों ने आकर पहचान की, सैंडिल और स्कॉर्फ़ के अलावा 100 मीटर की दूरी पर प्रियंका के इनरवियर भी मिले थे, जिसके आधार पर घर वालों ने पहचान सुनिश्चित की।
एक रिपोर्ट में कहा गया कि हादसे की जगह से कुछ दूरी पर इनर वियर मिलने से भी प्रियंका के साथ रेप होने की आशंका है।
ये कहना है पुलिस का
इस पूरे मामले में शमशाबाद पुलिस स्टेशन ऑफिसर अधीक्षक ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है। छानबीन कर रहे हैं, जल्द ही इस मामले में सफलता मिलेगी। पुलिस अधीक्षक के अनुसार अभी तक प्रियंका के साथ रेप होने की पुष्टि नहीं हुई है।
प्रियंका को न्याय दिलाने की मुहिम शुरू हो गई
प्रियंका रेड्डी को न्याय दिलाने की मुहिम शुरू हो गई है। इसके लिए ट्विटर पर #RIPPriyankaReddy ट्रेंड कर रहा है
वहीं दूसरी तरफ राजधानी रांची के कांके इलाके में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया जिसमें 12 आरोपी शामिल थे झारखंड के एल एल बी कि छात्र के साथ दुष्कर्म को अंजाम देने वाले आरोपी 17 से 24 साल के हैं । इनमें से तीन शादीशुदा हैं, जबकि बाकी 9 में से एक-दो को छोड़कर ज्यादातर मजदूर हैं । जिस सेंट्रो कार से छात्रा को जबरन ले जाया गया, वह कार आरोपी सुनील मुंडा की है । सुनील ठेकेदारी करता है । सुनील के भाई बबलु मुंडा का कहना है कि सुनील का साला रवि उरांव उस दिन कार लेकर निकला था । बाद में सुनील को भी फोनकर बुलाया था लेकिन वे लोग कार से कहां गये और क्या किया ये किसी को पता नहीं है । आरोपी संदीप उरांव की भाभी सुमन उरांव का कहना है कि बुधवार रात संदीप अपने कमरे में सो रहा था । आधी रात को पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लेकर चली गई । पुलिस ने कुछ पूछने तक का भी मौका नहीं दिया । अब मिलने भी नहीं दे रही है । मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी संदीप मजदूरी करता था ।
गांव की मुखिया जया भगत ने कहा कि जिस लड़की के साथ इस तरह की घटना घटती है, उसके दर्द को समझ पाना मुश्किल होता है. इस तरह की घटना जघन्य अपराध है । इसलिए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए । दरअसल कांके इलाके में संग्रामपुर गांव रिंगरोड के ठीक बगल में स्थित है । गांव के ठीक सामने वाले बस स्टॉप पर छात्रा मंगलवार शाम को अपने दोस्त के साथ बैठकर बात कर रही थी। तभी कार में सवार संग्रामपुर गांव के दो युवक वहां आए और दोनों के साथ बदतमीजी करने लगे । विरोध करने पर युवकों ने दोस्त को पीटा । उसके बाद दोनों युवक जबरदस्ती छात्रा को अपनी कार में बिठाकर पास के ईंट-भट्टा पर ले गए । फिर दोनों युवकों ने अपने ही गांव के दस अन्य लड़कों को फोनकर मौके पर बुलाया और बारी-बारी सभी ने छात्रा के साथ गैंगरेप किया । गैंगरेप के बाद आरोपियों ने छात्रा को उसी बस स्टॉप पर लाकर छोड़ दिया, जहां से उसे ले जाया गया था । तब तक उसका दोस्त वहां मौजूद था । दोस्त ने छात्रा को अपनी स्कूटी से होस्टल में पहुंचाया ।जिसके बाद छात्रा ने जमशेदपुर स्थित घरवालों को वारदात की सूचना दी । अगले दिन छात्रा कांके थाना पहुंचकर पुलिस को पूरी वारदात बताया और इस सिलसिले में केस दर्ज कराया । इसके बाद पुलिस ने संग्रामपुर गांव में छापेमारी कर सभी 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से देसी पिस्टल और कट्टा समेत कांड में इस्तेमाल कार और बाइक को भी जब्त किया गया है । पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है ।
बरहाल सवाल यह उठता है कि देश की स्थिति इतनी खराब है या यूं कहें देश का कानून इतना समक्ष नहीं है कि कोई भी आरोपी उस बात से डरे या कोई भी गुनहगार ये सोचे की इस गलती की सजा कितनी कड़ी हो सकती है ।