चाईबासा: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में होस्टल का खाना खाकर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 400 छात्राएं बीमार हो गयी हैं. इनमें 150 की तबीयत ज्यादा खराब है. 60-70 छात्राएं गंभीर रूप से बीमार हैं. इन्हें चाईबासा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. करीब 200 छात्राओं का होस्टल में ही इलाज हो रहा है.बीमार पड़ी 12वीं की 20-25 छात्राएं परीक्षा लिख रही हैं. उन्हें स्लाइन चढ़ाया जा रहा है और परीक्षा केंद्र पर ही उनके लिए दवा इत्यादि की भी व्यवस्था कर दी गयी है. बताया जा रहा है कि सदर चाईबासा के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राएं फूड प्वाइजनिंग की वजह से बीमार पड़ी हैं. छात्राओं के बीमार पड़ने की खबर सुनते ही उनके अभिभावक और रिश्तेदार सदर अस्पताल पहुंच गये.सुबह 8-9 बजे से ही कस्तूरबा की छात्राओं का चाईबासा के सदर अस्पताल में आना शुरू हो गया. पहले तो स्कूल में ही बच्चियों के इलाज की व्यवस्था की गयी. लेकिन, कुछ बच्चियों की हालत बिगड़ने लगी. उन्हें सदर अस्पताल भेज दिया गया. 100 बेड के सदर अस्पताल में करीब 150 छात्राओं को यदि अस्पताल लाया गया, तो कुछ को चक्रधरपुर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल भेजना होगा.सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि एक साथ इतनी बच्चियों के अस्पताल में आने पर यहां अफरा-तफरी मच गयी. छात्राओं ने बताया है कि गुरुवार की रात को उन्हें बासी भोजन परोसा गया था. खाना खाने के बाद आधी रात को एकाएक सभी छात्राओं की तबीयत बिगड़ गयी. सुबह होते-होते 150 छात्राओं को इलाज के लिए ले जाया गया. गंभीर रूप से बीमार छात्राओं को सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फूड प्वाइजनिंग से छात्राओं के बीमार होने की सूचना मिलते ही उपायुक्त अरवा राजकमल सदर अस्पताल पहुंचे. छात्राओं का हालचाल जाना. यहां से वह कस्तूरबा स्कूल गये और वहां भी बीमार बच्चियों की सेहत की जानकारी ली. उपायुक्त ने कहा कि मामला गंभीर है. इसकी जांच की जा रही है.दोषी पाये जाने पर विद्यालय की वार्डन व अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने यह भी कहा कि बीमार छात्रों की मैट्रिक और इंटर की परीक्षा प्रभावित हुई है. इसके लिए वह झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) से बात करेंगे, ताकि प्रभावित छात्राओं की परीक्षा अलग से ली जा सके. उपायुक्त ने कहा कि गुरुवार की रात में बच्चियों को दिन का बचा खाना मिलाये जाने की बात सामने आ रही है. हर बिंदु की जांच की जा रही है.