कम्युनिस्ट नेता के पुत्र की कोरोना से टीएमएस में मौत,
टीएमएच प्रबंधन के खिलाफ भड़के परिजन बताया इलाज में हुई है लापरवाही
शहर के एक चर्चित कम्युनिस्ट नेता के पुत्र की इलाज के दौरान टीएमएच में मौत हो गई है . इस घटना से परिवार और मृतक के शुभचिंतकों में मायूसी के साथ-साथ टीएमएच प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि 33 वर्षीय युवक सांस लेन में परेशानी के बाद एक निजी क्लीनिक में कोरोना टेस्ट के लिए गया था . जहां से उसे टीएमएच इलाज के लिए भेज दिया गया. मृतक के परिजनों का कहना है कि टीएमएच में उसके टेस्ट में कोरोना नेगेटिव आया. दूसरे दिन पुनः टेस्ट हुआ और उसमें उसे पॉजिटिव बताया गया . उसके बाद उसे कोरोना वार्ड में रेफर कर दिया गया. परिजनों का कहना है कि वह बिल्कुल स्वस्थ था. टीएमएच में इलाज के समय उसने गुरुवार को सूरत में अपने भाई से टेलीफोन पर बात की थी . उसने बताया था कि उसे कोई हैवी डोज दवा दी गई है, जिसकी वजह से वह बात करने की स्थिति में नहीं है. आज सुबह उसकी टीएमएच में मौत हो गई . इस घटना ने मृतक के परिवार को झकझोर कर रख दिया है. भाजपा नेता अप्पा राव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि युवक पूरी तरह से स्वस्थ था . गुरुवार को अचानक सांस लेने और खांसी सर्दी की शिकायत के बाद वह टीएमएच में भर्ती किया गया था अप्पा राव का आरोप है कि टीएमएच प्रबंधन की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना इलाज की वजह से उसकी मौत हुई है. टीएमएच प्रबंधन के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है .फिलहाल मृतक के गोलमुरी स्थित आवास पर एक स्टिकर चिपका दिया गया है ताकि आम लोग सावधान रहें.