इस युद्ध को ‘सरहद’ से नहीं, घर से जीतें
देवानंद
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी 21 दिन के लॉकडाउन की एलान किया है कोरोना वायरस कितना गंभीर है इससे आपको अंदाजा लग गया होगा इसके बावजूद कुछ लोग मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
*कोरोना महामारी से निर्णायक लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन सप्ताह देशव्यापी लॉकडाउन का एलान किया केंद्र व राज्य सरकार के आदेशों को गंभीरता से लेने की जरूरत है*
वे खुद की जान की परवाह किये बगैर रोड पर निकल रहे हैं और दूसरों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे लोगों को रोकने के लिए प्रशासन ने जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात कर दिए हैं। इसके बावजूद लोग आदत से बाज नहीं आ रहे हैं, वे अपनी गलती मानने के बजाय उल्टा पुलिस पर ही धौंस दिखाने की कोशिश करते हैं।
*ऐसी ही घटना आज जमशेदपुर में देखने को मिला एक सज्जन खुद को पञकार कह रहे थे जब पुलिस पदाधिकारी ने पूछा आप करते क्या हैं तो उन्हें मालूम ही नहीं पञकार करते क्या हैं उलटे पुलिस वाले पर चिल्लाने लगे साहेब कुछ तो शर्म करो*
शायद साहब को पता नहीं था कि जिला प्रशासन ने पञकारों को समाचार संकलन के लिए पास उपलब्ध कराया है
उपायुक्त रविशंकर शुक्ला एसएसपी जमशेदपुर अनूप बिरथरे सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने वाकई द सोशल मीडिया पर वीडियो और समाचार पञ के माध्यम से अपील की है कि कोरोना वायरस के महामारी के महायुद्ध को बिना जनता के सहयोग से जीता नहीं जा सकता है तो फिर हम या हमारे बच्चे सड़क पर क्यों? घर पर रहे *इस युद्ध को ‘सरहद’ से नहीं, घर से जीतें*
लोग पुलिसकर्मी के ड्यूटी निभाने के तरीके की काफी तारीफ कर रहे हैं तो हमें भी एक जिम्मेदार नागरिक की तरह जिम्मेदारी निभाना चाहिए लॉकडाउन न तोड़े घर पर रहे