मध्यप्रदेश के इंदौर में शाम 6 बजे के लगभग पुलिस ने पांच नशे के सौदागरों को गिरफ्तार कर 70 करोड़ रुपए की 70 किलो ड्रग्स व 13 लाख रुपए बरामद किए हैं. पकड़े गए पांचों आरोपी तेलंगाना व मध्यप्रदेश के ही रहने वाले है, ऐसा कहा जा रहा है यह देश की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार नायता मुण्डला सनावदिया के समीप पहाड़ी पर नशे के सौदागर एकत्र हुए, जिसपर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और क्षेत्र की घेराबंदी कर दी, पुलिस को देखते ही सौदागर कार से भाग निकले, जिन्हे पीछा करते हुए पकड़ लिया गया.
पकड़े गए नशे के सौदागर दिनेश पिता नारायण लाल अग्रवाल निवासी निशदिन औरा ब्लॉक बी 406 बी बालाजी हाइट महालक्ष्मी नगर इंदौर, अक्षय उर्फ चीकू पिता दिनेश अग्रवाल निवासी 19 होराइजन सिटी थाना लसूडिया इंदौर, चिमन पिता मदनलाल अग्रवाल निवासी 38 ए प्रेम कॉलोनी स्टेशन रोड मंदसौर, वेदप्रकाश व्यास पिता स्वर्गीय बिहारीलाल निवासी जलवायु बिहार तिरूमलगिरी हैदराबाद व मांगी बैंकटेश पिता मांगीमारा निवासी प्रकाशम पंतुलू उषामुल्लापुड़ी जेटीमेडला हैदराबाद के है, जिनकी कार की तलाशी ली गई तो उसमें 70 किलो ड्रग्स मिली, जिसकी बाजार में 70 करोड़ रुपए कीमत है, इसके अलावा 13 लाख रुपए नगद, दो कार व 8 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए है.
एमआर से बन गया ड्रग्स का सौदागर-
पकड़े गए आरोपियों में वेदप्रकाश पिता बिहारीलाल ब्यास देवास का रहने वाला है जो एक दवा कंपनी में एमआर रहा, जो देवास से हैदराबाद चला गया और वहां पर दवा कंपनी की फार्मा यूनिट व लेबोरेटरी खोल ली. इस दौरान वह ड्रग्स के सौदागरों के संपर्क में आया और वेदप्रकाश ने योजना के तहत इंदौर, देवास, उज्जैन सहित आसपास के जिलों में ड्रग्स की सप्लाई करना शुरु कर दिया.
इन चाचा-भतीजों ने बना लिया गया ग्रुप-
इसी तरह मंदसौर निवासी चिमन अग्रवाल ने इंदौर, उज्जैन, देवास में तस्करी के लिए अपने चाचा दिनेश और चचेरे भाई अक्षय को मिला लिया. ये दोनों इंदौर में रहकर टेंट हाउस का काम करते रहे, इसके साथ ही मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, खंडवा, भोपाल, इंदौर, देवास सहित अन्य जिलों में ड्रग्स की सप्लाई शुरु कर दी.
मुर्गी दाना व वैक्सीन का पाउडर बताते रहे-
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नशे के सौदागर ट्रांसपोर्ट से ड्रग्स भेजते वक्त यही कहते रहे कि यह मुर्गी दाना व वैक्सीन का पाउडर है, इसके पैक भी इसी तरह से करते रहे कि यही समझ आता था कि मुर्गीदाना या दवा का पाउडर है. ड्रग्स की सप्लाई के लिए ट्रेन, प्लेन, बस, ट्रक, ट्रांसपोर्ट या फिर कभी कभी निजी कार से भी सप्लाई करने के लिए आते रहे.