नई दिल्ली: देश में अब सड़क परिवहन प्रणाली में द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का प्रयोग शुरू होगा तथा बहुत जल्द अब एक ही इंजन को पेट्रोल, डीजल, संपीडित प्राकृतिक गैस (सीएनजी), बिजली या एलएनजी से चलाया जा सकेगा और लोगों को किसी भी ईंधन के प्रयोग का विकल्प मिल सकेगा.पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ऊर्जा उपभोग के मामले में भारत दुनिया में अमेरिका एवं चीन के बाद तीसरे स्थान पर है जबकि प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत के मामले में भारतीय दुनिया के तमाम देशों के मुकाबले एक तिहाई का ही उपभोग करते हैं.
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस सप्ताह होने वाली रूस की यात्रा के दौरान एलएनजी के आयात के बारे में बात होगी. देश में एलएनजी से भी वाहन चलाने की योजना है. परिवहन के क्षेत्र में अब एक या दो ईंधन की निर्भरता नहीं रहेगी. देश में ऊर्जा उपभोग में जैविक ईंधन का भी प्रयोग भी बढ़ेगा. इस प्रकार से ईंधन का उपयोग बहुआयामी और स्रोत बहुलता वाला हो जाएगा.उन्होंने कहा कि अब एक ही इंजन में डीज़ल, पेट्रोल, सीएनजी, एलएनजी, बिजली या जैविक ईंधन का प्रयोग किया जा सकेगा. उपभोक्ता को विकल्प मिलेगा कि जो भी ईंधन सस्ता हो, उसका इस्तेमाल करे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने किसानों की आय में बढोतरी करने के उद्देश्य से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियाें को आपूर्ति की जाने वाले ईथनॉल की कीमतों में एक दिसंबर से 1.84 रुपये प्रति लीटर तक बढोतरी करने का निर्णय लिया है जो एक वर्ष के लिए प्रभावी रहेगा.