कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत के मामले में योगी सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश…. . कानपुर। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई मौत के मामले में योगी सरकार ने सख्त फैसला लेते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश की है। फिलहाल, मां।मामले में एसआईटी जांच कर रही है, जब तक सीबीआई अपने हाथ में मामले को नहीं ले लेती, तब एसआईटी ही जांच करेगी। मामला कानपुर में ही चलेगा, जिससे पीड़ित परिवार को कोई दिक्कत न हो। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत दिनों पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। इस दौरान मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी के पद पर नियुक्त करने के भी निर्देश भी दिए हैं और सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को 40 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई थी। इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, मुख्यमंत्री ने इन पुलिसकर्मियों का रिकार्ड मंगाया है और इनको विभाग बर्खास्त किया जा सकता है। बता दें कि सोमवार रात रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में एक होटल में कानपुर निवासी 36 साल के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप और हरी चौहान के साथ ठहरे थे। देर रात पुलिस होटल में चेकिंग के लिए पहुंची थी। इस दौरान यह पाया गया कि तीन लोग गोरखपुर के सिकरीगंज स्थित महादेवा बाजार के निवासी चंदन सैनी के पहचान पत्र के आधार पर एक कमरे में ठहरे हुए हैं। संदेह होने पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस की ओर से पिटाई के बाद घायल मनीष की संदिग्ध हालात में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी।
एसएसपी ने रामगढ़ताल के थाना प्रभारी जेएन सिंह और फलमंडी थाना प्रभारी अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसकर्मियों को मंगलवार को ही निलंबित कर पुलिस अधीक्षक (नगर) को मामले की जांच सौंप दी थी। इस मामले में आरोपी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है, लेकिन इस मामले में जिस तरह पीड़ित परिजनों पर मामला न दर्ज कराने का दबाव डीएम व एसएसपी द्वारा डाले जाने का वीडियो वायरल हो रहा है, उससे भी प्रशासन की छवि खराब हुई है। लोगों की तरफ से इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ भी ।कार्रवाई की मांग की जा रही है। डीएम और एसएसपी का वीडियो को पूरे देश ने देखा। मेडिकल कॉलेज चौकी के अंदर हो रही बातचीत की चोरी से वीडियो बनाई गई, जिसमें डीएम और एसएसपी के अलावा मनीष की बड़ी बहन और बहनोई की आवाज सामने आ रही है। डीएम जहां कोर्ट कचहरी के चक्कर में न पड़ने की सलाह दे रहे हैं, वहीं एसएसपी कह रहे हैं, उन्हें नौकरी नहीं मिलेगी।