*आज बात करते हैं एक ऐसे युवा अधिकारी की जो बिजली विभाग से संबंधित हैं। वो कहते हैं ना कि* *जब युवा जोश और युवा सोंच के साथ कुछ काम किया जाए तो धरातल पर असर दिखता है।*
*इस संबंध में जिस किरदार की बात हो रही है वो हैं Sdo आरबी महतो और शेखर गुप्ता कि* *जोड़ी काम करने का तरीका इस क्षेत्र में रंग लाया बिजली विभाग के कर्मचारी और इस क्षेत्र की जनता का दिल और विश्वास दोनों जीत लिया*
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। इनको ऐसे समय में बारीडीह और काशीडीह प्रशाखा की जिम्मेदारी दी गयी थी जब इनका पहला पदस्थापन था । मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद इन्होनें काफी सहजता से सभी कार्यों का निष्पादन किया। बताते चलें कि इनके पदस्थापन के समय ही उक्त क्षेत्र के कनीय विद्युत अभियंता को सस्पेंड एवं सहायक विद्युत अभियंता का ट्रांसफर कर दिया गया था ।
उस मुश्किल घड़ी में इन दोनों की जोड़ी काम करने की तरीका एवं समझदारी से ना सिर्फ कार्यालय के कार्यों को समझा बल्कि उनका सही तरीके से *निष्पादन भी किया। यही कारण है कि अगर आज से 4 वर्ष पूर्व और आज की तुलना की जाए तो बिरसानगर, भुइयांडीह, बागुननगर, बागुनहतु एवं विद्यापतिनगर क्षेत्र में लोगो में संतुष्टि का माहौल है।*
*अपने कार्यकाल के दौरान इन्होनें केंद्र सरकार के RAPDRP योजना को बेहतरीन तरीके से कार्यान्वन क्षेत्र में लगभग 230 अलग अलग क्षमताओं के ट्रांसफार्मर लगवाए। जिससे क्षेत्र की वर्षों से लंबित समस्याओं का स्थायी निराकरण निकला एवं लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिली।*
*विभागीय आदेश के अलावे भी विद्युत चोरी के रोकथाम हेतु ताबड़तोड़ छापामारी अभियान चलाया।*
*काफी कम समय का डेडलाइन मिलने के बाद भी दिन रात एक करके 33/11KV विद्युत शक्ति उपकेंद्र सिदगोड़ा को चालू कराया।*
*अपने कार्यकाल के दौरान दो नए सबस्टेशन क्रमशः आस्था एवं सिदगोड़ा को चालू करवाया। इससे पूर्व जहां क्षेत्र के लोगों को औसतन 17-18 घंटे बिजली मिलती थी वहीं अब औसतन 22-23 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाती है।*
*इस दौरान 11KV फीडर जो पहले लंबे लंबे थे , को छोटी लंबाई का बनाने हेतु बेहतरीन प्लानिंग का ही नतीजा है कि जहां पहले इस क्षेत्र में महज तीन 11KV फीडर(पब्लिक) थे वहीं अब नौ 11KV फीडर हैं। इससे भी विद्युत आपूर्ति सुधार में सार्थक असर पड़ा है।*
*इसके अलावा लोगों में विद्युत बकाया राशि जमा करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान एवं विद्युत संबंध विच्छेदन अभियान चलाया। इससे निगम के राजस्व संग्रहण में भी वृद्धि हुई है।*
*क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जहां कार्यालय में पहले चक्कर लगवाया जाता था वहीं अब कार्यों का निष्पादन ना सिर्फ जल्दी हो जा रहा है बल्कि कार्यालय स्तर से किसी परेशानी या शिकायत का संज्ञान लेते हुए स्वतः संपर्क भी किया जाता है ।*
*इस संबंध में जिस किरदार की बात हो रही है वो हैं Sdo आरबी महतो और शेखर गुप्ता कि* *जोड़ी काम करने का तरीका इस क्षेत्र में रंग लाया बिजली विभाग के कर्मचारी और इस क्षेत्र की जनता का दिल और विश्वास दोनों जीत लिया*
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। इनको ऐसे समय में बारीडीह और काशीडीह प्रशाखा की जिम्मेदारी दी गयी थी जब इनका पहला पदस्थापन था । मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद इन्होनें काफी सहजता से सभी कार्यों का निष्पादन किया। बताते चलें कि इनके पदस्थापन के समय ही उक्त क्षेत्र के कनीय विद्युत अभियंता को सस्पेंड एवं सहायक विद्युत अभियंता का ट्रांसफर कर दिया गया था ।
उस मुश्किल घड़ी में इन दोनों की जोड़ी काम करने की तरीका एवं समझदारी से ना सिर्फ कार्यालय के कार्यों को समझा बल्कि उनका सही तरीके से *निष्पादन भी किया। यही कारण है कि अगर आज से 4 वर्ष पूर्व और आज की तुलना की जाए तो बिरसानगर, भुइयांडीह, बागुननगर, बागुनहतु एवं विद्यापतिनगर क्षेत्र में लोगो में संतुष्टि का माहौल है।*
*अपने कार्यकाल के दौरान इन्होनें केंद्र सरकार के RAPDRP योजना को बेहतरीन तरीके से कार्यान्वन क्षेत्र में लगभग 230 अलग अलग क्षमताओं के ट्रांसफार्मर लगवाए। जिससे क्षेत्र की वर्षों से लंबित समस्याओं का स्थायी निराकरण निकला एवं लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिली।*
*विभागीय आदेश के अलावे भी विद्युत चोरी के रोकथाम हेतु ताबड़तोड़ छापामारी अभियान चलाया।*
*काफी कम समय का डेडलाइन मिलने के बाद भी दिन रात एक करके 33/11KV विद्युत शक्ति उपकेंद्र सिदगोड़ा को चालू कराया।*
*अपने कार्यकाल के दौरान दो नए सबस्टेशन क्रमशः आस्था एवं सिदगोड़ा को चालू करवाया। इससे पूर्व जहां क्षेत्र के लोगों को औसतन 17-18 घंटे बिजली मिलती थी वहीं अब औसतन 22-23 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाती है।*
*इस दौरान 11KV फीडर जो पहले लंबे लंबे थे , को छोटी लंबाई का बनाने हेतु बेहतरीन प्लानिंग का ही नतीजा है कि जहां पहले इस क्षेत्र में महज तीन 11KV फीडर(पब्लिक) थे वहीं अब नौ 11KV फीडर हैं। इससे भी विद्युत आपूर्ति सुधार में सार्थक असर पड़ा है।*
*इसके अलावा लोगों में विद्युत बकाया राशि जमा करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान एवं विद्युत संबंध विच्छेदन अभियान चलाया। इससे निगम के राजस्व संग्रहण में भी वृद्धि हुई है।*
*क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जहां कार्यालय में पहले चक्कर लगवाया जाता था वहीं अब कार्यों का निष्पादन ना सिर्फ जल्दी हो जा रहा है बल्कि कार्यालय स्तर से किसी परेशानी या शिकायत का संज्ञान लेते हुए स्वतः संपर्क भी किया जाता है ।*