पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. यहां एक घर में रखे पटाखों में आग लगने से धमाका हो गया. धमाका इतना तेज था कि पहली मंजिल पर बने दो कमरे भी धराशायी हो गए. हादसे में मकान मालिक की तीन बेटियों की मौत हो गई. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है. सामने आया है कि धमाके के वक्त तीनों बेटियों घर में नमाज पढ़ रही थीं.
पटाखों की 25 पेटियां रखी हुई थीं
हादसा पीलीभीत के जहानाबाद में हुआ. यहां के जोशीटोला में घनी आबादी के बीच अजीम बेग का दो मंजिला घर था. घर में भूतल पर बने कमरों में पटाखों की 25 पेटियां रखी हुई थीं. मंगलवार को अचानक इन पटाखों में आग लग गई. आग लगते ही तेज धमाका हुआ. धमाके के साथ पहली मंजिल पर बने दो कमरे धराशाई हो गए. पुलिस और आसपास के लोगों ने बताया कि पटाखों की आग से अजीम की दो बेटियां निशा (17) और सानिया (15) जलकर घायल हुई थी, जबकि एक बेटी नगमा (18) मलबे में दब गई थी. तीनों को रेस्क्यू करके गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां तीनों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
छह बच्चों के साथ घर में मौजूद थी अजीम की पत्नी
परिवार वालों ने बताया कि जिस समय घर में पटाखों हुआ उस वक्त अजीम बेग की पत्नी फिरोज बेगम और छह बच्चे मौजूद थे. तीनों बेटियां मां के साथ घर के अंदर थीं, जबकि तीन बच्चे घर के बाहरी हिस्से में थे. बताया कि तीनों बेटियां घर में नमाज पढ़ रही थीं. तभी अचानक हादसा हो गया. अजीम के घर में विस्फोट इतना जबरदस्त था कि पड़ोस में बने उनके सगे भाई नसीम बेग, कदीर खां समेत पड़ोसियों के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए.
वर्ष 2025 तक के लिए है लाइसेंस
एसएसपी पीलीभीत के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अजीम के पास वर्ष 2025 तक के लिए आतिशबाजी बनाने और बेचने का लाइसेंस है. हालांकि इसकी सत्यता की जांच कराई जा रही है. एसएसपी ने बताया कि पटाखों का गोदाम आबादी क्षेत्र में नहीं बनाया जा सकता है. उन्होंने कस्बे से एक किलोमीटर दूर गोदाम बनाया है. उसी स्थान के लिए लाइसेंस जारी हुआ बताया गया है, लेकिन अजीम ने घर में पटाखे रखे थे.