ईडी के समन के बाद झामुमो के तेवर तल्ख़, मुख्यमंत्री आवास में मंत्रियों के साथ बैठक
कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के मंत्री एवं विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को खनन घोटाले मामले में ईडी के समन के बाद झामुमो के तेवर तल्ख़ है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर भाजपा, केंद्र सरकार, राज्यपाल और ईडी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला. साफ़ कहा कि उनकी पार्टी और उनके लोग किसी की घुड़की से डरनेवाले नहीं हैं. कहा कि खनिज हमारा, ताकत हमारी और राजनीतिक फुटानी वे किसी की बर्दाश्त नहीं करेंगे. कहा कि झामुमो जानती है कि राजनीतिक मुकाबला कैसे किया जाता है, बहुत दिनों से जो साजिश चली आ रही थी, वो साजिश अब खुलकर सामने आ गई है.
माकूल जवाब मिलेगा…… नहीं तो हो जाएगा सब खत्म: हेमंत सोरेन
सीएम हेमंत सोरेन की साहिबगंज जनसभा राजनीतिक दृष्टि से गहरे संदेश देने वाली रही. सीएम हेमंत सोरेन की साहिबगंज जनसभा में ललकार थी, मतदाताओं से संवाद था तो भविष्य की चिंता भी थी. वे हर शब्द से मतदाताओं के दिल टटोल रहे थे और अपने पक्ष में लामबंद करने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा कि ….नहीं तो सब खत्म हो जाएगा. आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत साहिबगंज पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनसभा में कही बात
केंद्र सरकार की ब्लैक एंड व्हाइट मंशा से हेमंत डरनेवाले नहीं
सुप्रियो ने कहा कि केन्द्र सरकार की ब्लैक एंड व्हाइट मंशा से हेमंत सोरेन डरनेवाले नहीं है. यह अब लड़ाई का रूप ले चुकी है. हम लम्बे संघर्ष के लिए तैयार हैं. भाजपाइयों को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि वे भी इसके लिए तैयार रहे, सदन से लेकर सड़क तक उन्हें झामुमो कार्यकर्ता नजर आयेंगे. भाजपा को बहुत जल्द समझ में आ जाएगा कि अबकी बार उनलोगों ने गलत नंबर डायल कर दिया है.
ईडी का दिख रहा है नया रूप
सुप्रियो ने कहा कि 2019 में राज्य की जनता ने हेमन्त सोरेन को जनादेश दिया है. इसे प्रभावित किया जा रहा है. इस काम में ईडी को लगाया गया है. ईडी का नया रूप देखने को मिल रहा है. एक चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार को कैसे प्रभावित किया जाये, कैसे उसे सत्ताच्युत किया जाय, इसकी नींव 2020 में डाली गई. चूंकि 2020 और 2021 कोरोना का साल रहा, लोग सांसों के लिए तरसते रहे, केन्द्र सरकार ने लोगों की सांसे छिनने के साथ साथ रोजगार भी छीना और जब फुर्सत मिल गया, तो पूरे राष्ट्रीय स्तर पर राज्यों में चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का काम शुरु किया. जिसमें इस राज्य की हेमन्त सरकार भी शामिल है.
सुप्रियो ने कहा कि मनरेगा घोटाले की जांच जो सीबीआई कर रही थी, उसको ईडी ने टेकऑफ किया और वो जांच ईडी का गठन का उद्देश्य था, जो इकोनामिक आफेन्स हैं वो न करके माइनिंग लीज पर आ गया. यह अजीब विडम्बना है.
राज्यपाल पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप
सुप्रियो ने राज्यपाल रमेश बैस पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि रांची से दूर और नागपुर से नजदीक रायपुर में बैठकर राज्यपाल ने कहा कि अभी वे सेकेंड ओपिनियन ले रहे हैं. सुप्रियो ने कहा कि हमलोग इतने मूर्ख नहीं है