उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन हुआ संपन्न
कार्यशाला के माध्यम से जन्म मृत्यु निबंधन की जो जानकारी दी जा रही उसे जन जन तक पहुंचाए – उपायुक्त
आज दिनांक 24.12.2022 को समाहरणालय अवस्थित एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
*आज के समय में जन्म मृत्यु का निबंधन बेहद जरूरी है – उपायुक्त, श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०)*
प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा०प्र०से०) ने कहा कि आज के समय में जीवन मृत्यु का निबंधन बेहद जरूरी है। सभी जिम्मेवार माता पिता को अपने बच्चों का निबंधन अवश्य करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन्म और मृत्यु निबंधन का उपयोग सरकार द्वारा विकास कार्य करने के लिए किया जाता है। वहीं उपायुक्त जन्म प्रमाण पत्र को लेकर बताया कि जन्म के वक्त किसी बच्चे का नाम अगर नहीं रखा गया है तो बिना नाम के भी प्रमाण पत्र जारी किए जाने का प्रावधान है, वहीं बच्चे का एक साल तक नाम निःशुल्क जन्म प्रमाण पत्र में जुड़वा सकते है। वहीं जन्म के साथ साथ मृत्यु प्रमाण पत्र के भी महत्व के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि आप सभी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र निबंधन करने की प्रक्रियाओं को बारीकी से समझें और ध्यानपूर्वक प्रमाण पत्र निर्गत करें ताकि किसी को आवश्यकता पड़ने पर प्रमाण पत्र में त्रुटि आदि जैसी समस्याओं का सामना करना ना पड़े और वह किसी योजना या सुविधा से ऐसे कारणों से अछूता ना रह जाए।
*निबन्धकों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण*
वहीं उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को निर्देश देते हुए कहा कि कार्यशाला के माध्यम से जन्म मृत्यु निबंधन की जो जानकारी दी जा रही उसे जन जन तक पहुंचाए और लोगों को इसका महत्व की जानकारी दें। उन्होंने जन्म मृत्यु के रजिस्ट्रारों की भूमिका के बारे में निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्राधिकार के अंर्तगत होने वाले जन्म मृत्यु की घटना का निबंधन सूचक द्वारा दी गयी सूचना एवं स्वयं घटना का संज्ञान में लेकर ससमय करें क्योंकि निबन्धकों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है।
*विभिन्न प्रयोजनों में इसका होना जरूरी*
कार्यशाला को संबोधित करते हुए परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री अभिषेक श्रीवास्तव ने सभी रजिस्ट्रार को निदेश दिया कि जन्म निबंधन कराना आवश्यक है। इसका उपयोग जन्म की तिथि एवं स्थान का प्रमाणिक दस्तावेज स्कूल में प्रवेश हेतु राशन कार्ड में नाम दर्ज कराने हेतु, ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में विदेश यात्राओं के लिए पासपोर्ट बनाने में, मताधिकार प्राप्त करने के लिए, वृद्धावस्था बालिका समृद्धि सुकन्या योजना एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड के लिए, देश के वर्तमान जनसंख्या की स्थिति हेतु बहुत उपयोगी है।
*विभिन्न लाभ के प्राप्ति हेतु निबंधन अवश्य करवाएं*
वहीं अपर समाहर्ता श्री सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि जन्म मृत्यु के निबंधन की अनिवार्यता से हम सभी अच्छी तरह से वाकिफ हैं। इसलिए आप लोगों का दायित्व है जिले में कोई भी निबंधन न छूटे। जन्म मृत्यु निबंधन इसी के आधार पर कई योजना अंतर्गत विकास कार्य का क्रियान्वयन होगा।
वहीं अनुमंडल पदाधिकारि श्री संजय पांडेय ने भी सभी रजिस्ट्रार को निदेश दिया गया की अपने क्षेत्र में घटना घटित होने पर वो अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी सेविका, सहिया से सुचना प्राप्त कर जन्म मृत्यु का निबंधन जरुर करें ताकि अन्य लाभों से वंचित ना रह जाय। उन्होंने कहा कि सभी रजिस्ट्रार अपने क्षेत्र में आंगनबाड़ी सेविका, सहिया से सूचना 21 दिनों के अंदर अपने पंचायत, नगर परिषद, नगर पंचायत में देकर निबंधन कराएं एवं निशुल्क प्रमाण पत्र पाएं। इस कार्य में अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका सूचना अवश्य दें इसके लिए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी जामताड़ा को एक पत्र के माध्यम से सभी सेविका को अपने कार्य से अवगत कराने के लिए निर्देश दिया।
*मृत्यु का निबंधन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया*
कार्यशाला में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी ने बताया कि मृत्यु तिथि का प्रमाणिक दस्तावेज है पैतृक संपत्ति के दावे का निराकरण हेतु, कोर्ट कचहरी हेतु, जीवन बीमा, बैंक खाते हेतु, दुर्घटना में मुआवजा हेतु, चिकित्सा विज्ञान के विकास हेतु, जनसंख्या वृद्धि दर को नियंत्रित करने हेतु जन्म मृत्यु निबंधन आवश्यक है। उन्होंने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए रजिस्ट्रार पंचायत सचिव कंप्यूटर ऑपरेटर को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम जन्म एवं मृत्यु के निबंधन एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने के उद्देश्य से दिया जा रहा है इसमें आप सभी की भूमिका अहम है।
आयोजित कार्यशाला में जन्म मृत्यु निबंधन पर आधारित एक वीडियो फिल्म के माध्यम से मौजूद सभी प्रशिक्षु को दिखाया गया ताकि सभी निबंधक भली भांती उसे समझ सकें। वहीं अंत में प्रशोन्नात्तरी के माद्यम से भी दुविधा का समाधान किया गया। इस मौके पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि जिला में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निबंधन करें ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस अवसर पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला में परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री अभिषेक श्रीवास्तव, अपर समाहर्ता श्री सुरेन्द्र कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण झा, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्रा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री दीपक राम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री संतोष कुमार, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा सुश्री आकांक्षा कुमारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, जिला जामताड़ा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद् मिहिजाम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत जामताड़ा, सभी चिकित्सा पदाधिकारी जामताड़ा, प्रखण्ड के जीवनांक प्रभारी, सभी प्रखण्ड चिकित्सा पदाधिकारी, पंचायत सचिव सह रजिस्ट्रार सहित कंप्यूटर ऑपरेटर आदि उपस्थित रहे।