बिशन पपोला नई दिल्ली। चुनाव का मौसम आते ही दो चीजों की सबसे अधिक चर्चा होती है। पहला टिकट बंटवारे को लेकर और दूसरा उम्मीदवारों की संपत्ति को लेकर। पहले चरण के लिए सभी पार्टियों ने टिकट बंटवारे का काम पूरा कर लिया है, जिस पर खूब राजनीति भी ही रही है। हर कोई टिकट लेने की होड़ में लगा रहता है। हम सब जानते हैं कि हर कोई टिकट क्यों चाहता है, जनता की सेवा के लिए नहीं बल्कि अपनी आर्थिक दशा सुधारने को लेकर। आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश के ज्यादातर विधायक काफी अमीर हैं। टॉप अमीरी में आने वाले 10 विधायकों के पास औसतन 4.60 करोड़ की संपत्ति है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट में इस बात का पता चलता है। ये वो विधायक हैं, जो यूपी में 2004 से अब तक चुनकर आए हैं। इन अमीर विधायकों में किसी के पास दर्जनों ट्रक हैं और किसी के घर में 15 लाख रुपए कीमत तक की बाइक है। भले ही, अमीरी के मामले में ये विधायक टॉप पर आते हों, लेकिन पढ़ाई की बात करें तो इन टॉप 10 अमीर विधायकों में से 6 विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने केवल 10वीं और 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। सबसे अमीर विधायकों की सूची में पहले और दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीते विधायक हैं, जबकि पांच विधायक भाजपा के हैं। सूची में पहला नाम शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली का आता है। जमाली ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर आजमगढ़ के मुबारकपुर सीट से जीत हासिल की थी। मायावती ने उन्हें बसपा विधानमंडल दल का नेता भी बनाया था, लेकिन नवंबर 2021 में उन्होंने बसपा को ही झटका दे दिया। अब वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं और पेशे से कारोबारी हैं। 2017 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के आधार पर जमाली के पास कुल करीब 118 करोड़ की संपत्ति है। पढ़ाई की बात करें तो जमाली ने जामिया मिलिया इस्लामिया से 1993 में बी.कॉम की पढ़ाई की है। हालांकि, जमाली के ऊपर 2017 तक कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं था। इनके पास एक पिस्टल और एक राइफल है। जमाली के नाम एक टोयटा कार है। 2.70 करोड़ के करीब की एग्रीकल्चर लैंड और 2.32 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चर लैंड है। दूसरे नंबर पर विनय शंकर तिवारी का नाम आता है। इन्होंने गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर 2017 में जीत हासिल की थी। हालांकि, हाल ही में उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है। गोरखपुर के बाहुबली नेता रहे हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी अब समाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके हैं। 2017 में दिए गए हलफनामे के मुताबिक विनय शंकर के पास करीब 68 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से 1987 में वकालत की पढ़ाई की है। तिवारी के ऊपर 2017 तक कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं था। इनके नाम एक एनपी बोर राइफल और एक पिस्टल है। विनय शंकर को गाड़ियों का शौक है। इन्होंने 2017 से पहले ही शेरवले क्रूज बाइक खरीद ली थी। इसकी कीमत करीब 15 लाख है। तिवारी के पास 27 लाख की टोयटा फॉर्च्यूनर और 21 लाख की फोर्ड एंडवर कार भी है। 10.37 करोड़ की एग्रीकल्चर लैंड और 22.95 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चर लैंड भी तिवारी के नाम दर्ज है। तीसरे नंबर पर बीजेपी की विधायक रानी पक्षालिका सिंह का नाम आता है। वह आगरा की बाह विधानसभा सीट से जीतकर सदन पहुंचीं थीं। पक्षालिका सिंह सपा सरकार में मंत्री रहे राजा अरिदमन सिंह की पत्नी हैं। पहले इनका परिवार मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ था, लेकिन 2017 में पक्षालिका सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। रानी पक्षालिका सिंह यूपी की सबसे अमीर महिला विधायक हैं। 2017 में उन्होंने चुनाव आयोग जो अपना हलफनामा दिया था, उसमें बताया था कि उनके पास करीब 58 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति है। पक्षालिका सिंह ने अपने हलफनामे में ये भी बताया था कि उनके पति और खुद के पास कुल 132 हथियार हैं। इनमें डीबीबीएल गन, पिस्टल, कार्बाइन, तलवार,चाकू, खंजर और छुरे जैसे हथियार शामिल हैं। पक्षालिका ने मद्रास के वीमेंस क्रिश्चयिन कॉलेज से 1981 में स्नातक की पढ़ाई की है। हलफनामे के मुताबिक, पक्षालिका के पास 63.97 लाख के गहने, 22 करोड़ की एग्रीकल्चर लैंड, 30.66 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चर लैंड, 75 लाख की कॉमर्शियल और 1.25 करोड़ की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। अमीर विधायकों की सूची में चौथे नंबर पर भाजपा के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी का नाम है। नंदी इलाहाबाद दक्षिणी से चुने गए हैं। इनके पास करीब 58 करोड़ की संपत्ति है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, नंद गोपाल गुप्ता नंदी के पास करीब 57 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति है। 2007, 2012 विधानसभा और फिर 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले संपत्ति में लगातार गिरावट आ रही है। 2007 में इनके पास 115 करोड़ की संपत्ति थी, जो 2012 में 95 करोड़ हो गई। इसके बाद 2014 में यह घटकर 88 करोड़ हो गई थी। नंदी ने केवल 9वीं तक की पढ़ाई की है। 22 अलग-अलग धाराओं में नंदी के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। इसमें लूट, डकैती जैसे मामले भी शामिल हैं। नंदी के पास 2.22 करोड़ की नौ गाड़ियां हैं। इसमें बीएमडब्ल्यू, फोर्ड एंडेवर, रैक्स महिंद्रा, मारूती जिप्सी, महिंद्रा एक्सयूवी जैसी कार शामिल हैं। 77 लाख के गहने नंदी के पास हैं। 11.32 करोड़ रुपये की नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 3.72 करोड़ की कॉमर्शियल और 13.75 करोड़ की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। दस सबसे अमीर विधायकों की सूची में पांचवे नंबर पर गोंडा के करनैलगंज विधानसभा सीट से चुने गए बीजेपी विधायक अजय प्रताप सिंह का नाम है। उनके पास 49 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, अजय प्रताप सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई ही की है। पांच अलग-अलग धाराओं में अजय के नाम मुकदमा दर्ज है। इनमें सरकारी अफसर के काम में बाधा डालने जैसे आरोप हैं। 2017 चुनाव के वक्त अजय के पास दो लाख रुपये कैश थे। 19.08 लाख रुपये बैंक खाते में थे। अजय के नाम सात अलग-अलग गाड़ियां हैं। इनकी कीमत करीब 41 लाख रुपये है। अजय के नाम 12 लाख के गहने, आठ करोड़ की एग्रीकल्चरल लैंड, दो करोड़ की नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, पांच करोड़ की कॉमर्शियल और 31 करोड़ की रेजिडेंशियल बिल्डिंग दर्ज है। करनैलगंज के विधायक के पास तीन बंदूके हैं। मिर्जापुर के मझवा विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनी गई सुचिस्मिता मौर्य का नाम इस सूची में छठे नंबर पर है। उनके पास करीब 47 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है। 47 साल की सुचिस्मता मौर्य ने एमबीए किया हुआ है। 2017 में दिए गए हलफनामा के मुताबिक, इनके पास 14 लाख कैश और 14 लाख बैंक डिपोजिट है। मौर्या के पास एक गाड़ी है, जिसकी कीमत 22 लाख रुपये है। 36 लाख रुपये के गहने, 5.72 करोड़ रुपये की एग्रीकल्चरल लैंड, 2.20 करोड़ का नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 5 करोड़ की कॉमर्शियल और 70 लाख रुपये की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। सुचिस्मता मौर्य के पास एक पिस्टल है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नेहतौर विधानसभा सीट से चुने गए बीजेपी के ओम कुमार अमीर विधायकों की सूची में सातवें नंबर पर हैं। उनके पास करीब 44 करोड़ की संपत्ति है। 55 साल के ओम कुमार ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। इन्होंने 2017 में अपनी चल संपत्ति यानी कैश, बैंक डिपोजिट, गाड़ी, गहने, असलहों की कीमत 19 करोड़ रुपये बताई है। इनके पास 24.40 करोड़ की अचल संपत्ति है। इसमें जमीन, घर सभी शामिल हैं। अमीर विधायकों की सूची में आठवें नंबर पर गाजिपुर जिले के सैदपुर विधानसभा सीट से चुने गए समाजवादी पार्टी के सुभाष पासी का नाम है। उनके पास करीब 41 करोड़ की संपत्ति है। हाल ही में सुभाष ने सपा छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली है। 57 साल के सुभाष पासी 10वीं तक पढ़े हैं। 1975 में उन्होंने महाराष्ट्र बोर्ड से हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की। 2017 में चुनाव के दौरान सुभाष के पास 3.50 लाख कैश, 7.14 लाख रुपये बैंक डिपॉजिट के तौर पर थे। सुभाष के पास 64 लाख रुपये के गहने और नौ गाड़ियां हैं। इसमें दो ट्रक भी हैं। विधायक सुभाष पासी को सोने (गोल्ड) की घड़ियों का शौक है। उनके पास दो सोने की घड़ियां हैं। इनके पास 5.82 करोड़ रुपये की एग्रीकल्चरल लैंड, 15.25 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 2.42 करोड़ की कॉमर्शियल और 14.14 करोड़ की रेजिडेंशियल लैंड है। अमीर विधायकों की सूची में नौवें नंबर पर बलिया जिले के रसड़ा विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुने गए उमाशंकर सिंह का नाम शामिल है। उनके पास 40 करोड़ रुपये से अधिक की चल अचल संपत्ति है। 51 साल के उमाशंकर सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। इनके नाम आठ अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, उमाशंकर के पास 3.84 लाख रुपये कैश और 68 लाख रुपये बैंक डिपॉजिट है। उमाशंकर के पास 35 से ज्यादा बड़े ट्रक हैं। इसके अलावा स्कॉर्पियो, इनोवा, एंडेवर, फॉच्यूनर जैसी पांच बड़ी लग्जरी गाड़ियां हैं। इनके पास 41.30 लाख से ज्यादा के गहने और 42.56 लाख रुपये के असलहे हैं। उमाशंकर के नाम 56 लाख रुपये का एग्रीकल्चरल लैंड, 2.59 करोड़ रुपये का नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 15 करोड़ रुपये का रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। यूपी के 10 सबसे अमीर विधायकों की सूची में आखिरी नंबर पर बागपत जिले के छपरौली विधानसभा सीट से चुने गए सहेंद्र सिंह का नाम शामिल है। 2017 में सहेंद्र ने आरएलडी के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। सहेंद्र के नाम 38 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। 57 साल के सहेंद्र ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। इनके नाम 38 करोड़ से ज्यादा की चल अचल संपत्ति है। 2017 चुनाव के दौरान इनके पास 79 हजार कैश, 23 लाख रुपये से ज्यादा बैंक डिपॉजिट थे। सहेंद्र के पास 41.39 लाख रुपये के गहने हैं। इनके पास 3.53 करोड़ रुपये की एग्रीकल्चरल लैंड, 5.80 करोड़ रुपये की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है।