बेगूसराय :बिहार सरकार शिक्षा विभाग सचिव के द्वारा राज्य में नियुक्त नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष के स्थानांतरण के संदर्भ में पत्र जारी किया गया है जिसके अंतर्गत महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों को नियोजन इकाई की ही अंतर्गत समतुल्य पदों पर स्थानांतरण का लाभ दिया गया है।
स्थानांतरण का लाभ प्राप्त करने के लिए शिक्षकों को विद्यालय अधीन नियोजन इकाई में आवेदन करने का प्रावधान दिया गया है लेकिन तेघड़ा नगर परिषद एवं बरौनी नगर परिषद मैं अभी तक प्रक्रिया को आगे बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं होने के कारण शिक्षक शिक्षिकाओं में रोष देखा गया उक्त विषय को लेकर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ बेगूसराय शैक्षणिक परिषद के जिला संयोजक अविनाश शास्त्री एवं प्रखंड सचिव रवि कुमार ने कार्यपालक पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अभिलंब स्थानांतरण प्रक्रिया को प्रारंभ है करने का आग्रह किया एवं ज्ञापन की प्रतिलिपि स्थानीय मुख्य पार्षद एवं उप मुख्य पार्षद को सौंपकर शिक्षा समाज एवं शिक्षक हित में स्थानांतरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया।
उक्त विषय पर शैक्षणिक परिषद बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला संयोजक अविनाश शास्त्री ने बताया कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया शिक्षकों के साथ दिखावा एवं छलावा इसका लाभ केवल दिव्यांग एवं महिला शिक्षकों को ही मिलेगा वह भी जिस नियोजन इकाई में वह नौकरी कर रहे हैं उससे अलग दूसरे नियोजन इकाई या दूसरे जिले में स्थानांतरण का प्रावधान नहीं रखा गया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है स्थानांतरण प्रक्रिया के अंतर्गत पुरुष शिक्षकों को बाहर रखा गया है इस प्रकार के निर्णय काफी दुर्भाग्यपूर्ण है स्थानांतरण का लाभ सभी कोटि के सभी वर्ग के सभी शिक्षकों को मिलना चाहिए शिक्षकों का स्थानांतरण अंतर नियोजन इकाई एवं अंतर जिला होना चाहिए इस प्रकार की मांग बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ शुरू से करते आ रही है।
इस संदर्भ में बरौनी नगर परिषद की उप मुख्य पार्षद नेहा कुमारी ने कहा कि यह नियोजन प्रक्रिया ही गलत प्रक्रिया थे जिस कारण शिक्षकों को शारीरिक मानसिक एवं आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ता है अभिलंब बरौनी नगर परिषद क्षेत्र में विरक्ति के आधार पर शिक्षक स्थानांतरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
बताते चलें कि बरौनी नगर परिषद के अधीन 12 हाई स्कूल आर के सी प्लस टू एवं परियोजना लाला कुमार प्लस टू तथा तेघड़ा नगर परिषद अंतर्गत ओमर प्लस टू विद्यालय एवं राष्ट्रीय उच्च विद्यालय के शिक्षकों का स्थानांतरण होना है।