रामशंकर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी (बिहार )सीतामढ़ी में तेज वर्षा एवं तेज हवा के बीच किसानों ने जो काफी मेहनत से फसल हो गया था वह काफी जगह पर बर्बाद हो गया है खेतों का हाल बेहाल है फसलें सो गई है मानो इस तरह जैसे किसानों की किस्मत ही सो गई.
आपको बता दें कि कागजों पर सरकार के द्वारा किसानों को काफी सहूलियत दी जाती है सिंचाई के ऐसी-ऐसी बातें लिखी होती है जिसे धरातल पर उतार दिया जाए तो वाकई में हिंदुस्तान सोने की चिड़िया बन जाएगा लेकिन वहां का अन्नदाता किसान सुविधा के लिए मोहताज नहीं रहेगा किसान मीडिया को बताते हैं कि देखिए किस तरीके से ने मौसम ने करवट बदली है तेज हवा के साथ वर्षा ने फसलों को बर्बाद कर दिया है.
चाहे लाख दावा सरकार कर ले अन्नदाता को राहत पहुंचाने की लेकिन धरातल पर पहुंचने में यह सब कुछ नजारत हो जाता है किसानों को सब्सिडी पर मिलने वाली खाद्य भी अक्सर कालाबाजारी का शिकार हो जाता है.