टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट के अंदर आज सुबह 10.20बजे जोरदार धमाका हुआ जिसके बाद अफरातफरी मच गई, धमाके के बाद आग लग गई और गैस रिसाव होने लगा. सूचना मिलते ही कर्मचारियों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकाला गया. आग पर काबू पाने के लिए दमकल को भी बुलाया गया. घटना आईएमएमएम कोक प्लांट के बैटरी नंबर 6 और 7 में हुई. इसमें काम कर रहे टीएन कन्स्ट्रक्शन के ठेका मजदूर नरसिंह मुर्मू (उम्र 39 साल) को एक अजीब सी आवाज सुनाई दी. जिसके बाद एक एंगल टूट कर मुर्मू के बाईं जांघ में जोर से गिरा. इससे नरसिंह मुर्मू के जांघ में गंभीर चोट आई है. मुर्मू का इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल में चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
जोरदार आवाज के हुआ विस्फोट
इंजीनियरिंग सर्विेसेस में ही यूएई से आए हरि प्रसाद सेन ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने एक जोर की आवाज सुनी. जिसके बाद सीने में दर्द शुरू हो गया. हालांकि कोई चोट नहीं लगी है. जानकारी के अनुसार गैस के रिसाव के चलते सेन को सीने में दर्द हुआ. उनका भी इलाज टीएमएच में चल रहा है. घटना के समय मेसर्स एसजीबी ठेका कंपनी के साहित्य कुमार भी वहां काम कर रहे थे. वे बूस्टर लाइन के लिए कोक प्लांट में मचान बनाने का काम कर रहे थे. उन्होंने भी एक जोरदार आवाज सुनी. हवा में कुछ कण उड़ते हुए दिखाई दिए. उनके घुटने के नीचे दाहिने पैर में चोट लगी है.
दो मजदूर हुए घायल
इस घटना की पुष्टि टाटा कारपोरेट कम्युनिकेशन ने भी की है. एक प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया गया है कि आज सुबह करीब 10:20 बजे जमशेदपुर वर्क्स स्थित कोक प्लांट के बैटरी 6 में फाउल गैस लाइन में धमाका हुआ. एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गईं और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. स्थिति पर काबू पा लिया गया है. ठेका के दो कर्मचारियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए टीएमएच भेजा गया. सीने में दर्द की शिकायत करने वाले एक अन्य कर्मचारी को भी जांच के लिए टीएमएच भेजा गया. उनकी हालत स्थिर है. घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है और कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.
बता दें कि कंपनी की सुरक्षा को लेकर एमडी टीवी नरेन्द्रन काफी गंभीर है.पिछले कुछ सालों के दौरान विभिन्न दुर्घनाओं के मद्देनज़र एमडी विभिन्न कार्यक्रमों में लगातार चिंता जाहिर करते हुए सुरक्षा को लेकर गंभीर रहने के निर्देश दिए हैं.वित्तीय वर्ष के पहले दिन प्रबंधन और यूनियन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बर्दाश्त नहीं करने को कहा था