झंडा दिवस पर साल पेड़ को पूजा करते सोहदा गांव के नायके व साथ में ग्रामीण
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा :पोटका प्रखंड के 300 आदिवासी भूमिज बहुल गांव में आज विददिरि झंडा दिवस की धूम है व लोग धमसा बजाकर व संस्कृतिक नृत्य के जरिए अपनी खुशी का इजहार कर रहे है। मुख्य कार्यक्रम जादूगोड़ा से सटे सोहदा फुटबॉल मैदान में आयोजित की गई।
जहां गांव के नाया विकेश्वर सिंह, देवरी उदय भूमिज, सिदेश्वर सरदार ,जयपाल सिंह समेत अन्य गणमान्य लोगों को अगुवाई में भूमिज समाज की पहचान झंडा विददिरि का झंडोतोलन किया गया व उसकी पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर वक्ताओं ने इस महत्वपूर्ण दिन के इतिहास वउसकी महता पर प्रकाश डाला।
समारोह को संबोधित करते हुए सिदेश्वर सरदार ने कहा कि बीते 12 फरवरी 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति दिवस द्वारा पूरे देश के भूमिज समाज की पहचान हेतु विददिरि झंडा में मान्यता दी थी।जिसकी खुशी में हर साल पोटका के आदिवासी भूमिज समाज की ओर 12 फरवरी को विददिरि झंडा दिवस को अपनी पहचान के रूप में मनाते है व नाच _ गाकर खुशी का इजहार करते है।इसके पूर्व साल पेड़ की पूजा अर्चना की गई व मरांग बुरू से समाज की सशक्तिकरण, समृद्धि ब की कामना की।इस मौके पर भव्य संस्कृति कार्यकताओं से पूरा पोटका झूम उठा।
कार्यक्रम की सफल बनाने में आदिवासी भूमिज़ समाज की ओर से सिदेश्वर सरदार जयपाल सिंह( दीगर)मनोरंजन सिंह ग्राम प्रधान( सोहदा गांव) नाया विकेश्वर सिंह,देवरी उदय भूमिज,कालीचरण सिंह, मन्मथ सिंह,सोना राम भूमिज , निताई भुमिज,पानीग्रही,मुनि सिंह,ज्योति सिंह, बेहुला सिंह,नेपाल कुमार सिंह,माणिक सरदार, मनोज सरदार समेत सोहदा गांव के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।