साठी में प्रखण्ड व सरकारी हॉस्पिटल की होने लगी माँग
लाखों कीआबादी के बावजूद क्षेत्र के लोगों का पुरा नही हुआ सपना
क्षेत्रीय नेता राजू झा के द्वारा माँग पुरा नही होने पर आंदोलन की चेतवानी
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज अनुमंडल अंतर्गत साठी में साठी थाना, रेलवे स्टेशन, स्टेट हाईवे, सरकारी बैंक, कॉलेज होने के बावजूद सरकार और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। प्रत्येक लोकसभा और विधानसभा चुनाव के समय दिल्ली और पटना से हेलिकॉप्टर से आये नेता वोट के लिए लोगों को उल्लू बना कर उड़ जाते हैं। बिहार में पंद्रह वर्षो से राजपाट चला रही सुशासन के मुखिया नितीश बाबू का साठी की धरती से किए गए प्रखण्ड और हॉस्पिटल बनवाने का घोषणा सरकार के फाइलों में दब कर रह गया है। साठी थाना क्षेत्र में दर्जनों गाँव की लाखों आबादी गुजर करती है। लेकिन बड़े अफसोस की बात है। की प्रखण्ड कार्यालय में काम के लिए दस से बारह किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। तथा उचित इलाज करवाने के लिए भी वही हाल है।किसी गरीब परिवार की औरतों को प्रसव पीड़ा होने पर अंदाजा लगाया जा सकता है की कितना सितम झेलना पड़ता होगा। कभी कभी तो हॉस्पिटल जाते जाते रास्ते में ही दम निकल जाता है। और जिंदगी में जीने वाला इंसान मौत के गाल में समय पर हॉस्पिटल नही पहुँचने के कारण जिंदगी से जुदा हो जाता है। पश्चिम चंपारण जिला के वरीय सामाजिक कार्यकर्ता और लौरिया जिला परिषद क्षेत्र संख्या सोलह के भावी उमीदवार शिवेन्द्र कुमार झा उर्फ राजू भैया के द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री, राज्यपाल,मुख्य सचिव,और विभागीय मंत्री को पत्र लिख कर यथा शीघ्र साठी को प्रखण्ड बनाने, सरकारी हॉस्पिटल सौ बेड का, खोलने की माँग की गई है। साठी थाना क्षेत्र के धोबनि धर्मपुर पंचायत के भावी मुखिया प्रत्याशी नेजामुद्दीन, बरवाकला गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता और रिटायर्ड आर्मी अफसर शेख सुलेमान, साठी पंचयात के मुखिया ऐमाम आलम, बहुवारवा पंचयात के मुखिया संजय मिश्रा धोबनि धर्मपुर पंचयात की महिला सामाजिक कार्यकर्ता गजाला खातून, साठी की प्रमुख सामाजिक संगठन व संस्था जर्नी औफ चेंज के अध्यक्ष नासिर जमाल, आदि लोगों के द्वारा भी साठी में यथा शीघ्र प्रखण्ड, हॉस्पिटल बनाने की माँग जिला प्रशासन और बिहार के मुख्यमंत्री से की गई है। और कहा गया है की अगर हमलोगों के क्षेत्र की प्रमुख माँग प्रखण्ड और हॉस्पिटल बनवाने की घोषणा अगर सरकार के द्वारा नही की जाती है तो पुरे साठी थाना क्षेत्र की तमाम जनता पटना में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी।