साहित्योदय संस्था ने साझा संकलन पुस्तक ‘कोरोना काल’ में सम्मिलित साहित्यकारों को सम्मानित किया
दिनांक 21 जुलाई 2021 को साहित्योदय, जमशेदपुर इकाई जो के एक अन्तराष्ट्रीय साहित्यिक कला एवं सांस्कृतिक संगठन है, इस संस्था के केंद्रीय एवं संस्थापक अध्यक्ष कवि पंकज प्रियम जी के निर्देशानुसार, साहित्योदय के बैनर तले एक काव्यगोष्ठी सह पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन साहित्योदय की सचिव निवेदिता श्रीवास्तव के आवास पर कोविड नियमों के अनुपालन के साथ संपन्न हुई।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवयित्री प्रतिभा प्रसाद ने की और मुख्य अतिथि के रूप में डॉ आशा गुप्ता उपस्थित थी। कार्यक्रम में साहित्योदय संस्था के बैनर तले साहित्यिक और सांस्कृतिक विकास और आगामी समारोह की रूप रेखा पर संस्था की जमशेदपुर इकाई की अध्यक्ष डॉ कल्याणी कबीर और जमशेदपुर इकाई के प्रभारी कवि संतोष कुमार चौबे ने रखी। स्वागत भाषण निवेदिता श्रीवास्तव ने किया, मंच का संचालन डॉ सुनीता बेदी ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर वरिष्ठ साहित्यकारों एवं मुख्य अतिथि के द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना साहित्यकार सरोज सिंह परमार ने की।
कार्यक्रम में साहित्योदय संस्था के द्वारा साझा संकलन कोरोना काल और शब्द मुसाफ़िर पुस्तक में अहम् योगदान और पुस्तक में विशिष्ट आलेख कविता के लिए 4 अप्रैल 2021 को वैद्यनाथ धाम महोत्सव में सम्मानित किया जाना था, लेकिन कोविड को ध्यान में रखकर जमशेदपुर के साहित्यकार वहाँ नहीं जा सके। उन्हीं सदस्यों को आज संस्था के ही वरिष्ठ साहित्यकारों और अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले सदस्यों को एक प्रशस्ति पत्र तथा मोमेंटो भेंट किया गया। सम्मानित होने वालों में प्रमुख थे, साहित्यकार अनीता निधि, निवेदिता श्रीवास्तव , वीणा पांडेय भारती, माधवी उपाध्याय, वीणा नंदिनी, आरती श्रीवास्तव, संतोष कुमार चौबे आदि।
पुरुस्कार वितरण के पश्चात काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ और सभी सदस्यों ने अपनी कविता, ग़ज़ल और गीतों से समां को बांधे रखा।
सभा की सफलता में मुख्य रूप से, साहित्योदय की उपाध्यक्ष डॉ अनीता शर्मा, कार्यक्रम संयोजक सोनी सुगंधा, साहित्यकार स्मृति पांडेय, पद्मा प्रसाद, पूनम सिन्हा, अधिवक्ता ममता सिंह, माधुरी मिश्रा, मामचंद अग्रवाल, उपासना सिन्हा, रीना गुप्ता, नीता सागर, श्रेया, डॉ आकांक्षा, सूर्या चौबे, आदि का महत्वपूर्णयोगदान रहा।
धन्यवाद ज्ञापन संस्था के प्रभारी संतोष कुमार चौबे ने किया।
गौरतलब है कि साहित्योदय पिछले 3 वर्षों से साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। न केवल लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार वल्कि नवोदित और गुमनाम साहित्य प्रतिभा को विशाल मंच देने का कार्य साहित्योदय ने किया है। इस कोरोना काल को सृजनकाल में परिवर्तित कर सभी को अवसाद से उबारने का काम किया और इन पुस्तकों का प्रकाशन हुआ। अबतक 2 हजार से अधिक लोगों की प्रस्तुति हो चुकी है और एकल पाठ का पंच शतक महोत्सव चल रहा है। साहित्योदय द्वारा जन रामायण सहित कई पुस्तकों के प्रकाशन किया जा रहा है।