पीएम मोदी ने जी20 व्यापार और निवेश मंत्रिस्तरीय बैठक को वर्चुअली संबोधित किया
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यापार और निवेश मंत्रिस्तरीय की जी-20 बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एमएसएमई 60 से 70 प्रतिशत रोजगार के लिए जिम्मेदार है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 50 प्रतिशत का योगदान देता है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमें उचित मूल्य खोज, शिकायत निवारण तंत्र में उपभोक्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने आगे बात करते हुए कहा यह क्षेत्र अपने गतिशील और उद्यमशील लोगों के लिए जाना जाता है। इतिहास में व्यापार ने विचारों, संस्कृतियों और प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। इसने लोगों को करीब ला दिया है। व्यापार और वैश्वीकरण ने करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। हम भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आशावाद और विश्वास देखते हैं। भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है। पिछले 9 वर्षों के दौरान, भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है जो हमारे निरंतर प्रयासों का परिणाम है।
पीएम मोदी ने कहा कि एमएसएमई को हमारे निरंतर समर्थन की आवश्यकता है। एमएसएमई का सशक्तिकरण सामाजिक सशक्तिकरण में तब्दील हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए एमएसएमई का मतलब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को अधिकतम समर्थन है। आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आशावाद और आत्मविश्वास देखते हैं। भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि हमने प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाई है, पारदर्शिता बढ़ाई है, डिजिटलीकरण का विस्तार किया है और नवाचार को बढ़ावा दिया है।