जयंती पर याद किए गए डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यक्तित्व-कृतित्व से ली जा रही प्रेरणा ।
भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रखर राष्ट्रवादी अमर शहीद डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 121 वीं जयंती के अवसर पर पाकुड नगर स्थित डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्केट कंपलेक्स में स्थापित उनकी आदमकद प्रतिमा पर भाजपा नगर अध्यक्ष पंकज कुमार साह के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय,भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अनुग्राहित प्रसाद साह,मीरा प्रवीण सिंह,निवर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष सम्पा साहा,भाजपा जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय,दिलीप सिंह,जिला महामंत्री शीलारानी,हेम्ब्रम,दुर्गा मरांडी मौजूद थे।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने कहा कि मैं डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। उनके आदर्श लाखों को प्रेरणा देते हैं डॉ• मुखर्जी ने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगति में खपा दिया।
उन्होंने एक विद्वान और बुद्धिजीवी के रूप में अपनी पहचान बनाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुग्राहित प्रसाद साह ने कहा कि देशभक्त और राष्ट्रवादी डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित किया।हमारे प्रेरणा स्रोत एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक श्रद्धेय डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमनः
जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा कि डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक में रहे हैं।जम्मू कश्मीर में लगाए गए अनुच्छेद 370 के खिलाफ मुखर रूप से आवाज उठाने वालों वाले लोगों में डॉ• मुखर्जी का नाम सबसे पहले आता है।डॉ• श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वतंत्र भारत के पहले कैबिनेट मंत्री रहे थे,जो जम्मू कश्मीर के मामले में उन्होंने इस्तीफा दे दिया।उन्होंने नारा दिया “देश में दो निशान-दो विधान-दो प्रधान” नहीं चलेगा।
मालार्पण के उपरांत संपर्क से समर्थन कार्यक्रम के अंतर्गत महासंपर्क अभियान के तहत बगानपाड़ा में घर घर जाकर आम लोगों से संपर्क कर केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर उनकी उपलब्धियों को बताया गया,साथ ही आमजनों के द्वारा 90909 02024 पर मिस कॉल कर मोदी जी का समर्थन किया गया।
कार्यक्रम में पार्वती देवी,प्राची चौधरी,शबरी पाल,बहादुर मंडल,असीम मंडल,सोहन मंडल,पिंका पटेल,गणेश रजक,सुशील साहा,पार्थ रक्षित पवन भगत,मिट्ठू भगत,मोहन मंडल,गोपी दुबे,धर्मेंद्र त्रिवेदी,रामचंद्र दास मौजूद थे