नाला विधानसभा के होनहार विद्यार्थी हर्ष ने रचा इतिहास: जामताड़ा जिले में बना माध्यमिक परीक्षा का टॉपर, स्पीकर रविंद्र नाथ महतो के नेतृत्व और प्रेरणा का असर
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा; झारखंड के जामताड़ा जिले की धरती एक बार फिर गर्व से सिर ऊँचा करने वाली खबर लेकर आई है। जिले के नाला विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आरके हाई स्कूल नाला के एक होनहार विद्यार्थी हर्ष डोकानीया ने 97 % मार्क्स लाकर माध्यमिक परीक्षा में जिला टॉपर बनकर न केवल अपने परिवार और विद्यालय का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे नाला क्षेत्र को गौरवान्वित कर दिया। यह उपलब्धि महज एक छात्र की मेहनत नहीं, बल्कि उस समर्पित वातावरण और नेतृत्व की भी झलक है, जो नाला क्षेत्र को शिक्षा की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य कर रहा है। इस पूरे परिदृश्य में नाला के स्थानीय विधायक सह झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो की भूमिका अत्यंत सकारात्मक और प्रेरणादायक रही है।
शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता: रविंद्र नाथ महतो नाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक होने के साथ-साथ झारखंड विधानसभा के स्पीकर भी हैं। लेकिन उनके लिए केवल राजनीति ही नहीं, समाज और विशेष रूप से शिक्षा का क्षेत्र भी एक जिम्मेदारी है। उन्होंने हमेशा यह माना है कि समाज को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा सबसे बड़ा औजार है। इसी सोच के तहत उन्होंने नाला क्षेत्र में शैक्षणिक सुधारों की दिशा में कई कदम उठाए।
स्कूलों में आधारभूत संरचना का विकास:पिछले कुछ वर्षों में नाला क्षेत्र के कई सरकारी विद्यालयों की हालत खराब थी। भवन जर्जर थे, शिक्षकों की कमी थी और संसाधनों का अभाव था। लेकिन स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने इस स्थिति को बदलने की ठानी। उन्होंने राज्य सरकार से मिलकर फंड की व्यवस्था करवाई, स्कूलों के भवनों की मरम्मत करवाई, शौचालय, पुस्तकालय और स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाओं को प्राथमिकता दी। कई स्कूलों का निर्माण किया गया ।कई स्कूलों का चार दिवारी का निर्माण किया गया। कई स्कूलों में शिक्षक नियुक्त किया गया ।कई स्कूलों में कंप्यूटर लैब दिया गया।
इसका असर यह हुआ कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी और उनके बीच पढ़ाई के प्रति रुचि भी जगी।
प्रेरणा अभियान और शैक्षणिक जागरूकता:श्री महतो ने नाला क्षेत्र में “प्रेरणा अभियान” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य था छात्रों और अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाना। वे स्वयं समय-समय पर स्कूलों का दौरा करते, बच्चों से संवाद करते और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते।
उन्होंने कहा था – “शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है जिससे हमारे बच्चे गरीबी के दुष्चक्र को तोड़ सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।” यह विचार न केवल शब्दों में रहा, बल्कि नीतियों और जमीनी कार्यों में भी स्पष्ट दिखाई दिया।
छात्र की सफलता: सामूहिक प्रयास का परिणाम:नाला के इस टॉपर विद्यार्थी ने यह उपलब्धि कठिन परिश्रम, समर्पण और मार्गदर्शन से हासिल की है। सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई करना, नियमित रूप से स्कूल जाना, शिक्षकों से निरंतर मार्गदर्शन लेना – यह सब उसकी दिनचर्या का हिस्सा था। छात्र ने बताया कि वह अपने माता-पिता और शिक्षकों के साथ-साथ स्पीकर महोदय को भी इस सफलता का श्रेय देता है।
डिजिटल शिक्षा का विस्तार:रविंद्र नाथ महतो ने नाला क्षेत्र के विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया। उन्होंने टेबलेट, प्रोजेक्टर, डिजिटल बोर्ड आदि की व्यवस्था कराई ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी तकनीक से जुड़ सकें और प्रतिस्पर्धा में पीछे न रहें।
इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह और समझ दोनों में सुधार आया। नाला का यह टॉपर विद्यार्थी भी स्मार्ट क्लास के माध्यम से पढ़ाई को रोचक और गहराई से समझ पाया।
शिक्षकों का सम्मान और प्रशिक्षण:शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं। इस बात को समझते हुए स्पीकर ने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होकर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों को सामाजिक प्रतिष्ठा और प्रेरणा दी । इससे शिक्षकों का मनोबल बढ़ा और वे अधिक समर्पित होकर पढ़ाने लगे।
सामुदायिक सहभागिता:स्पीकर रविंद्र नाथ महतो का एक और महत्वपूर्ण योगदान रहा – शिक्षा में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों, अभिभावकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को शिक्षा के क्षेत्र से जोड़ने का काम किया। इससे यह हुआ कि शिक्षा केवल स्कूल तक सीमित न रहकर पूरे समाज का सरोकार बन गई।
भविष्य की दिशा:नाला का यह छात्र केवल एक उदाहरण है। यह दर्शाता है कि सही दिशा, मार्गदर्शन और सहयोग से किसी भी ग्रामीण क्षेत्र का बच्चा जिला टॉपर बन सकता है। स्पीकर रविंद्र नाथ महतो का यह सपना रहा है कि नाला को शैक्षणिक दृष्टि से राज्य का आदर्श क्षेत्र बनाया जाए।
अब जब नाला का विद्यार्थी जामताड़ा जिले का टॉपर बना है, तो यह न केवल उस विद्यार्थी की जीत है, बल्कि एक पूरी व्यवस्था की सफलता है – जिसमें शिक्षक, माता-पिता, प्रशासन, और सबसे अहम – एक जागरूक जनप्रतिनिधि की सोच शामिल है।
नाला विधानसभा के इस टॉपर विद्यार्थी की कहानी किसी प्रेरणादायक फिल्म की तरह है – जिसमें संघर्ष है, संकल्प है और सफलता है। लेकिन इस कहानी में एक और नायक है – स्पीकर रविंद्र नाथ महतो, जिन्होंने इस पूरी पटकथा को संभव बनाया।
उनकी दूरदर्शिता, कार्यशीलता और शिक्षा के प्रति समर्पण ने नाला के बच्चों को वह आत्मविश्वास दिया, जिसकी उन्हें वर्षों से जरूरत थी। यह सफलता एक संकेत है कि यदि जनप्रतिनिधि शिक्षा को प्राथमिकता दें और समाज को साथ लेकर चलें, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं होता।
नाला का यह उज्ज्वल भविष्य अब पूरे जामताड़ा जिले को दिशा दिखा रहा है – और यकीनन, आने वाले वर्षों में यह प्रेरणा पूरे झारखंड को आलोकित करेगी।