सोना देवी विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग ने मनाया “बसंत उत्सव
राष्ट्र संवाद संवाददाता
सोना देवी विश्वविद्यालय,घाटशिला में बांग्ला विभाग द्वारा बसंत उत्सव मनाया गया। इस उत्सव का शीर्षक “चिरोप्रारेण बंसत उत्सव” था। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रजवल्न एवं मंगलाचरण के साथ किया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री प्रभाकर सिंह, कुलसचिव डाॅ गुलाब सिंह आजाद, सहायक कुलसचिव श्रीमति अर्चना सिंह के अलावा विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, प्रध्यापक एवं विधार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम मे विद्यार्थियों ने कई प्रकार के नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किये। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण पर एक नाट्य की प्रस्तुत भी की। बांगला विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 डोला राय ने मधुर गीत गाया। संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 संगीता चैधरी के द्वारा बंसत गीत ‘फागुन मे क्यों बरसा’ गीत गाया गया। कृषि विभाग की श्रीमती सुमन कुमारी ने राधा की होली पर गीत गायी। अंग्रजी विभाग के विभागाध्यक्ष श्रीमती अनूसुआ राय ने एकल नृत्य की प्प्रस्तुति की। संस्कृत विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर कुमारी निकीता एवं इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 कंचन सिन्हा ने मिलकर गोस्वामी तुलसीदास के रामायण के कुछ चौपाई की प्रस्तुति की जिसमें कामदेव की चतुरंगनी सेना का वर्णन किया गया है -को गीत के रूप मे प्रस्तुत किया, साथ ही दोनो ने संस्कृत गीत मधुमास की प्रस्तुती की । बांग्ला विभाग की सहायक प्रध्यापिका डा0 पियासा चैधरी एवं श्रीमती सोमा पातरा ने बंसत के आगमन पर खुशी जाहिर करते हुए एक नृत्य की प्रस्तुती की। संस्कृत विभाग के डा0 सैकत चक्रवर्ती ने होलिका दहन , ढोल यात्रा एवं बसंत उत्सव के इतिहास के बारे मे बताया ।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की महिला सहयोगी कर्मचारियों ने भी संताल नृत्य की प्रस्तुति की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलाधिपति कहा कि ने सोना देवी विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु विभाग को बधाई दी तथा सभी को जीवन में साथ लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम की जीवनी पर आधारित बातें बताई। उन्होने विद्यार्थियों से कहा की उन्हे व्यक्तित्व निमार्ण के साथ-साथ राष्ट निमार्ण के लिए भी सोचना चाहिए इसके लिए उन्होने धैर्यवान, एकाग्रचित एवं जिज्ञासु बनने को कहा। कार्यक्रम का संचालन डा0 डोला राय, डा0 पियासा चौधरी एवं सहायक कुलसचिव श्रीमती अर्चना सिंह ने किया।